चक्रधरपुर में बोतल बम से फायरब्रांड हिंदू नेता की हत्या, बाजार रहा बंद
(शशि कोन्हेर) : पश्चिम सिंहभूम जिला के हिंदूवादी फायरब्रांड युवा नेता सह गिरिराज सेना के संरक्षक कमलदेव गिरि की बोतल बम मारकर हत्या कर दी गई। घटना शनिवार शाम 6:40 बजे चक्रधरपुर नगर के भारत भवन चौक स्थित पंक्चर दुकान के पास हुई। आनन फानन में स्थानीय लोगों ने घटनास्थल से उठाकर रेलवे अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं इस घटना की जानकारी मिलते ही शहर के सारे दुकानों के शटर तेजी से गिरने शुरू हो गए।
इधर सैकड़ों की संख्या में लोग रेलवे अस्पताल में एकत्रित हो गए। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए डीएसपी कपिल चौधरी सदलबल रेलवे अस्पताल पहुंचे। उन्होंने चक्रधरपुर पुलिस थाना प्रभारी इंस्पेक्टर लक्ष्मण प्रसाद को चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल की तैनाती करने को कहा।
साथ ही चाईबासा पुलिस लाइन से अतिरक्त बल मंगवाया। वहीं रेलवे अस्पताल में मृतक युवा नेता कमलदेव गिरि की मां, भाई फूलन देव गिरि, बहन समेत सैकड़ों समर्थकों के कंंद्रन से माहौल गमगीन हो उठा। इस घटना के बाद हिंदुओं में काफी आक्रोश है।
रात लगभग साढ़े सात बजे कमलदेव गिरि के शव को स्ट्रेचर में रखकर शहर के मुख्य चौराहे पवन चौक लाया। यहां उनके समर्थकों ने जाम कर दिया और टायर आदि जलाकर हत्या के प्रति विरोध जताया। पुलिस, प्रशासन एवं व्यवस्था के विरूद्ध जमकर नारेबाजी की।
दो बोतल बम से हुआ हमला
जानकारी के अनुसार कमलदेव गिरि अपने एक साथी के साथ रेलवे स्टेशन से भारत भवन चौक के समीप पहुंचे थे। तभी पीठ के पीछे से कमलदेव गिरि पर दो बोतल बम से हमला किया गया। एक बोतल बम कमलदेव गिरि को नहीं लगा, जबकि दूसरा बोतल बम गरदन और सिर के बीच में लगकर फट गया।
जिससे वह घटनास्थल पर ही गिर गया। वहीं अज्ञात हमलावारों ने कमलदेव गिरि के साथी को भागने को कहा। बोतल बम का धमाका इतना जोरदार था कि पूरा भरत भवन इलाका दहल उठा। लोगों के मुताबिक बम के साथ कमल के ऊपर एक राउंड फायरिंग भी की गई।
हत्या के विरोध में चक्रधरपुर हुआ बंद
कमलदेव गिरि की हत्या की जानकारी मिलते ही शहर में अफरा तफरी मच गई। कमलदेव के समर्थक एवं हिंदूवादी लोगों का पवन चौक में जुटान हो गया। वहीं इसके विरोध में और संभावित अशांति व तनावपूर्व माहौल को भांपकर तेजी से बाजार एवं दुकानों के शटर गिरने शुरू हो गए। मुख्य मार्ग एवं बाजार के दुकान बंद हो गए।
वहीं इस हत्या के विरोध में शहरवासी भी स्वत: रविवार को बाजार बंद रखेंगे। लोगों ने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि जब तक हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती है, शव चौक से नहीं हटाया जाएगा और उग्र आंदोलन किया जाएगा।