जायज थी कारसेवकों पर गोलीबारी….स्वामी प्रसाद मौर्य ने फिर दिया विवादित बयान
(शशि कोन्हेर) : समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। उन्होंने राम मंदिर आंदोलन के दौरान कारसेवकों पर गोलीबारी को जायज ठहराया है। उन्होंने कारसेवकों को अराकज तत्व भी कहा है। मौर्य ने कहा कि जब अयोध्या में राम मंदिर को लेकर घटना घटी, वहां बिना किसी न्यायपालिका या प्रशासनिक के आदेश के बड़े पैमाने पर अराजक तत्वों ने तोड़फोड़ की थी। तत्कालीन सरकार ने संविधान और कानून की रक्षा के लिए, अमन-चैन कायम करने के लिये गोली चलवाई थी। वो सरकार का अपना कर्तव्य था और सरकार ने अपना कर्तव्य निभाया था।
बता दें कि 1990 में अयोध्या में राममंदिर निर्माण के लिए आंदोलन चल रहा था। भारी संख्या में साधु-संत और कारसेवक अयोध्या पहुंचे थे। तब उत्तर प्रदेश में मुलायम सिंह मुख्यमंत्री थे। अयोध्या में कर्फ्यू लगाया गया था। बाबरी मस्जिद के विवादित इलाके में डेढ़ किमी के दायरे में बैरिकेडिंग भी लगा दी गई थी। यहां कारसेवकों की भीड़ बेकाबू हो गई। 30 अक्टूबर 1990 को पुलिस ने कारसेवकों की भीड़ पर गोलियां चला दीं, जिसमें 5 लोगों की मौत हो गई। इस घटना को लेकर मुलायम सिंह का बयान भी सामने आया था। मुलायम सिंह ने कहा था कि कार सेवकों पर गोली चलवाने का उन्हें अफसोस है लेकिन उनके पास इसके अलावा कोई विकल्प नहीं था।
मौर्य ने इसके साथ ही केंद्र की बीजेपी सरकार पर प्रहार करते हुए आरोप लगाया कि शिक्षा का निजीकरण हो रहा है, बेरोजगारी बढ़ रही है, महंगाई अपनी पूरी चरम सीमा पर है, लेकिन सरकार राम मंदिर के जरिये लोगों का असल मुद्दों से ध्यान भटका रही है।
बता दें कि इससे पहले स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरित मानस को लेकर विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि हिंदू मंदिरों को बौद्ध मठों को तोड़कर बना गया था। इसे लेकर काफी विवाद भी हुआ।