5 महिला अफसरों को पहली बार सेना की आर्टिलरी रेजिमेंट में कमीशन…चलाएंगी तोप और रॉकेट
(शशि कोन्हेर) : पांच महिला अधिकारियों को पहली बार सेना की आर्टिलरी में कमीशन दिया गया है। भारतीय सेना ने महिला अधिकारियों को आर्टिलरी रेजिमेंट में अनुमति देकर महिलाओं की भूमिका का विस्तार किया है, जो सेना की एक प्रमुख शाखा है। 29 अप्रैल को ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी (OTA) चेन्नई में सफल प्रशिक्षण के बाद पांच महिला अधिकारी आर्टिलरी रेजिमेंट में शामिल हो गई हैं।
सेना में महिला अफसरों को उनके पुरुष समकक्षों की तरह समान अवसर और चुनौतियां दी जा रही है। इसी क्रम में आर्टिलरी की रेजिमेंट में पहली बार पांच महिला अफसरों को कमीशन दिया गया है। सूत्रों से जानकारी मिली है कि इन युवा महिला अधिकारियों को सभी प्रकार की आर्टिलरी इकाइयों में तैनात किया जा रहा है, जहां उन्हें चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में रॉकेट, मीडियम, फील्ड और सर्विलांस एंड टारगेट एक्विजिशन (SATA) और उपकरणों को संभालने के लिए पर्याप्त प्रशिक्षण और एक्सपोजर मिलेगा। पांच महिला अधिकारियों में से तीन उत्तरी सीमाओं पर तैनात इकाइयों में और अन्य दो पश्चिम में चुनौतीपूर्ण स्थानों पर तैनात हैं।
आर्टिलरी रेजिमेंट में कमीशन पाने वाली महिला सैन्य अधिकारियों में लेफ्टिनेंट महक सैनी को एक SATA रेजिमेंट में, लेफ्टिनेंट साक्षी दुबे और लेफ्टिनेंट अदिति यादव को फील्ड रेजिमेंट में, लेफ्टिनेंट पवित्र मुदगिल को एक मीडियम रेजिमेंट में और लेफ्टिनेंट आकांक्षा को एक रॉकेट रेजिमेंट में कमीशन दिया गया है। इस समारोह में लेफ्टिनेंट जनरल अदोष कुमार, कर्नल कमांडेंट और आर्टिलरी के महानिदेशक (नामित) सहित वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों, अन्य गणमान्य व्यक्तियों और नए कमीशन अधिकारियों के गर्वित परिवार के सदस्यों ने भाग लिया।
बता दें कि आर्टिलरी रेजिमेंट में महिला अधिकारियों की कमीशनिंग भारतीय सेना में चल रहे परिवर्तन का एक प्रमाण है। इस साल जनवरी में सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे ने महिला अधिकारियों को आर्टिलरी में कमीशन देने के फैसले की घोषणा की थी, जिसे बाद में सरकार द्वारा अनुमोदित किया गया। यह पांच महिला अधिकारियों का पहला बैच है, जिन्हें आर्टिलरी में कमीशन दिया गया है।