कर्नाटक में पहली बार “वोट फ्रॉम होम” की सुविधा मिलेगी… 80 साल से अधिक उम्र के बुजुर्ग और विकलांग मतदाता अपने घर से ही वोट डाल सकेंगे
(शशि कोन्हेर) : कर्नाटक विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान बुधवार को होने जा रहा है। भारत निर्वाचन आयोग (ECI) की प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू हो चुकी है। संभावनाएं जताई जा रही हैं कि राज्य में एक ही चरण में चुनाव हो सकते हैं। राज्य की 224 विधानसभा सीटों पर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस और जनता दल (सेक्युलर) दावेदारी पेश कर रही हैं। संभावनाएं जताई जा रही हैं कि मुकाबला त्रिकोणीय हो सकता है।
चुनाव आयोग ने जानकारी दी है कि कर्नाटक में कुल मतदाताओं की संख्या 5.21 करोड़ है। इनमें पुरुष वोटर 2.62 करोड़ और महिला मतदाता 2.59 करोड़ हैं। इस दौरान आयोग ने बुजुर्ग और विकलांग मतदाताओं को वोट फ्रॉम होम यानी घर से ही वोट डालने की सुविधा देने की तैयारी की है।
साल 2018 विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद कर्नाटक को कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की सरकार मिली थी। हालांकि, बाद में भाजपा कई बागी विधायकों का समर्थन हासिल करने में सफल हो गई थी। फिलहाल, विधानसभा में भाजपा के सदस्यों की संख्या 121 है। वहीं, कांग्रेस विधायक 70 हैं। जेडीएस के विधायकों की संख्या 30 पर है।
कर्नाटक को कभी कांग्रेस का गढ़ माना जाता था, लेकिन फिलहाल सत्ता भाजपा के पास है। ऐसे में कांग्रेस राज्य में दोबारा मजबूत वापसी करने की कोशिश में है। पार्टी पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को सीएम फेस के तौर पर दिखा रही है। साथ ही प्रदेश प्रमुख डीके शिवकुमार को भी साध रही है। हाल ही में कांग्रेस ने 124 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है।