(भूपेंद्र सिंह राठौर) :दुर्ग से झारसुगुड़ा तक डाउन लाइन को परखने के लिए 130 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से ट्रेन चलाई गई। हालांकि स्टेशन में रफ्तार थोड़ी धीमी कर दी गई है। पर जितनी स्पीड से ट्रेन जोनल स्टेशन से गुजरी यात्रियों की नजर देखती रह गई।
दुर्ग से झारसुगुड़ा के बीच की दूरी 320 किमी है। इस सेक्शन में ट्रेनों की गति बढ़ाने की कवायद है। इसके लिए पिछले कुछ सालों से ट्रैक मरम्मत से लेकर संरक्षा से जुड़े कई कार्य हो रहे थे। अब यह काम पूरा हो गया है और इंजीनियरिंग विभाग ने रिपोर्ट सौंपकर यह कहा है कि सेक्शन में ट्रेनों को 130 किमी की रफ्तार से चलाई जा सकती है। इसके लिए ट्रैक फिट है। हरी झंडी मिलते ही गुरुवार को डाउन लाइन का स्पीड ट्रायल किया गया। दुर्ग से बिलासपुर तक ट्रेन खूब रफ्तार से पहुंची। हालांकि स्टेशनों में रफ्तार धीमी कर दी जा रही थी।
इसलिए जब जोनल स्टेशन से ट्रेन गुजरी तो उसकी रफ्तार लगभग 50 से 55 किमी प्रतिघंटे थी। अमूमन स्टेशन से 10 या 15 किमी की रफ्तार से ट्रेन चलती है। यही वजह है कि जब लाइन नंबर दो से ट्रेन गुजरी तो प्लेटफार्म पर खड़े यात्रियों की नजरें ट्रेन की तरफ टिकी रही। हालांकि यात्रियों को इसके बारे में जानकारी नहीं थी। पर ट्रेन गुजरते समय मौजूद रेलवे के अधिकारी व कर्मचारियों की भीड़ को देखकर कुछ यात्री खुद को नहीं रोक पाए। और पूछने पर उन्हें बताया गया कि यह स्पीड ट्रायल है।