छुरी पतरा जंगल में पेड़ों की सुरक्षा को लेकर वन विभाग मौन….
(मुन्ना पाण्डेय) : लखनपुर -(सरगुजा) – वन परिक्षेत्र के ग्राम लोसगी के छुरी पतरा जंगल में इन दिनों अवैध कटाई बदस्तूर जारी है। मैदानी वन अमला के उदासीन रवैया के कारण जंगल के हरियाली,सुन्दरता पर ग्रहण लगता जा रहा है। जंगलों के सुरक्षा संरक्षण पर सवालिया निशान लगने लगा है। छुरी पतरा जंगल में लगे इमारती लकड़ी शीशम, खम्हार, साल अन्य परजाति के पेड़ सुख चुके हैं। ऐसे सुखे पेड़ों को जलावन बनाने आसपास के ग्रामीणों द्वारा काट कर ले जाया जा रहा है । साथ ही हरे भरे सलामत दरख़्त भी काटे जा रहे हैं वन विभाग इस बात से बेखबर तमाशबीन बन तमाशा देख रही है। क्षेत्र के कुछ सजग लोगों ने बताया कि यदि छुरी पतरा जंगल में सुख चुके पेड़ों की कटाई कर निस्तार डिपो में लाकर रखा जाता तो विभाग को आर्थिक लाभ हो सकता था। निगरानी नियंत्रण के अभाव में छुरी पतरा जंगल में कटाई बदस्तूर जारी है।
जिम्मेदार वन वर्दी इस तरफ ध्यान नहीं दे रही है। अवैध कटाई का यही आलम रहा तो छुरी पतरा जंगल जमीन में नहीं वन विभाग के नक्शे में ही सिमट कर रह जायेगा । काबिले गौर है कि छुरी पतरा जंगल को वन विभाग द्वारा चराई क्षेत्र कार्य घोषित किया जाकर मनरेगा के तहत 5.74 लाख का गौठान बनाया गया है जो अधुरा पड़ा हुआ है। कराया गया निर्माण कार्य वर्मी टांका,सेड, डबरी देख रेख के अभाव में बेकार बेमतलब पड़े हुए हैं।