जंगली हाथी का तांडव रतजगा करने मजबूर वनवासी
(मुन्ना पाण्डेय ) : लखनपुर- (सरगुजा) वन परिक्षेत्र के वनांचल ग्राम लबजी में मैनपाट परिक्षेत्र की ओर से बुधवार के दरिमियनी रात पहुंचे अकेले जंगली हाथी ने तबाही मचा रखी है। ग्राम लब्जी में मकान तथा फसलों को नुक्सान पहुंचाने के बाद अब जंगली हाथी ने ग्राम लोसगा के आश्रित ढेलुआबर पारा जंगल में डेरा जमाया हुआ है।
वन विभाग के हिफाजतीदस्ता विचरण क्षेत्र में तैनात हैं विभाग एवं क्षेत्रवासियों से मिली जानकारी अनुसार जंगली हाथी अपने दल से बिछड़ गया है। हाथी द्वारा किये नुकसान का आकलन वन विभाग लगातार कर रही है ताजा जानकारी के मुताबिक ग्राम लोसगा के ढेलुआबर में गुरुवार शुक्रवार के दरम्यान जंगली हाथी ने तीन घर ढहा दिये है ।
जिसमें सलदेव पड़ो केंदा राम पड़ो, बेलदगी ग्राम पंचायत के आश्रित ग्राम बेन्दोपानी के विफईया बाई का घर शामिल हैं इस तरह से उत्पाती हाथी ने ग्राम लब्जी एवं लोसगा में घरों को धराशायी कर दिया है।घर में रखे अनाज को अपना निवाला बना चट कर जा रहा है तथा खेतों में लगे धान मक्का दलहनी फसलों को रौंद कर नुकसान पहुंचा रहा है विभागीय मैदानी अमला मुनादी करा जंगली हाथी के साथ छेड़खानी नहीं करने ग्रामीणों को समझाइश देते हुए मानिटरिग एवं जंगली हाथी को अन्यत्र खदेड़ने प्रयास करने जुटी है ।
क्षेत्रवासियों को हाथी की उपस्थिति की जानकारी देते हुए सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।इस कार्य में वन प्रबंधन समिति जैव विविधता प्रबंधन समिति का सहयोग लेकर सायरन बजा मशाल जला जगह जगह आग जला माइक से ऐलान कर रेस्क्यू की जा रही है। एसडीएम शिवानी जायसवाल ने भी प्रभावित क्षेत्र का जायजा लेकर जंगली हाथी को दूसरे ओर खदेड़ने निर्देश दिया है।
बहरहाल वनांचल क्षेत्र में जंगली हाथी का आतंक बरकरार है जहां जिधर से गुजर रहा है फसलों को रौंदते हुए गुजर रहा है। वनांचल वासी जानो माल की हिफाजत को लेकर रतजगा करने मजबूर है। काबिले गौर है कि वन परिक्षेत्र के ग्राम ढोढाकेसरा ड़ाडकेसरा पटकुरा, जामा लब्जी घटोन सहित आसपास के जंगलों में जंगली हाथियों का आना जाना लगा रहता है तथा गजराजो के उत्पाद से क्षेत्रवासी हमेशा परेशान रहते हैं। अब तक इन जंगली हाथियों के उत्पात का कोई विकल्प नहीं निकल सका है। वर्षों से मानव हाथी द्वंद यूं ही जारी है ।