ब्लड कैंसर से लंबी लड़ाई के बाद पूर्व क्रिकेटर अंशुमान गायकवाड़ का निधन..
पूर्व भारतीय क्रिकेटर अंशुमान गायकवाड़ का 71 साल की उम्र में ब्लड कैंसर से लंबी लड़ाई के बाद निधन हो गया है। 12 साल के करियर में गायकवाड़ ने 40 टेस्ट और 15 वनडे मैच खेले, जिसमें उन्होंने 2 शतकों के साथ 2254 रन बनाए और 1983 में जालंधर में पाकिस्तान के खिलाफ 201 रन का सर्वोच्च स्कोर बनाया।
कुछ ही दिन पहले बीसीसीआई सचिव जय शाह ने गायकवाड़ की मदद करने के लिए 1 करोड़ रुपए देने का ऐलान किया था। शाह ने इस चुनौतीपूर्ण समय में गायकवाड़ के परिवार से सीधे संपर्क कर उन्हें हार्दिक समर्थन दिया था।
गायकवाड़ की गंभीर स्थिति को सबसे पहले उजागर इस साल की शुरुआत में पूर्व क्रिकेटर संदीप पाटिल ने किया था। पाटिल ने खुलासा किया कि गायकवाड़ एक साल से अधिक समय से अपनी बीमारी से बहादुरी से लड़ रहे हैं और लंदन में उनका इलाज चल रहा है।
गायकवाड़ ने व्यक्तिगत रूप से पाटिल को अपनी वित्तीय चुनौतियों के बारे में बताया। इस स्थिति पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, पूर्व क्रिकेटर दिलीप वेंगसरकर ने बीसीसीआई कोषाध्यक्ष आशीष सेलार से संपर्क किया, जिन्होंने वित्तीय सहायता अनुरोध पर ध्यान देने का वादा किया।
बता दें, 1983 विश्व कप विजेता कप्तान कपिल देव ने भी गायकवाड़ के लिए आर्थिक सहायता के लिए हाथ बढ़ाया। मोहिंदर अमरनाथ, सुनील गावस्कर, संदीप पाटिल, दिलीप वेंगसरकर, मदन लाल, रवि शास्त्री और कीर्ति आजाद जैसे पूर्व क्रिकेट दिग्गजों के साथ मिलकर कपिल देव ने अपने बीमार साथी की मदद के लिए पैसे जुटाने की दिशा में काम किया
गायकवाड़ ने 1997 से 1999 और 2000 के बीच दो बार भारतीय टीम के मुख्य कोच के रूप में भी काम किया। उनकी कोचिंग में भारत 2000 चैंपियंस ट्रॉफी में उपविजेता भी रहा।
जब वे कोच थे, तब अनिल कुंबले ने नई दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में टेस्ट पारी में 10 विकेट लेने वाले पहले भारतीय गेंदबाज बनने का रिकॉर्ड बनाया था। गायकवाड़ ने 1990 के दशक में राष्ट्रीय चयनकर्ता और भारतीय क्रिकेटर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष के रूप में भी काम किया था।