छत्तीसगढ़

बदहाल सिटी बस सेवा के विरोध में ओल्ड बस स्टैंड में धरने पर बैठे पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल….  बस स्टैंड क्षेत्र में कांग्रेस कार्य के लिए भूमि आवंटन की शिकायत कर रहे हैं व्यापारी

(शशि कोन्हेर) : विकास कार्यो को तरसते स्मार्ट सिटी बिलासपुर में शहर के विकास की अधूरी परियोजनाओं के विरोध में पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने अक्टूबर 2015 से सिटी बस सेवा की बदहाल स्थिति के विरोध में भाजयुमो एवं महिला मोर्चा के संयुक्त तत्वाधान में पुराना बस स्टैंड क्षेत्र में हुए धरने में शामिल हुए।इस मौके पर आयोजित  सभा को संबोधित करते हुए श्री अमर अग्रवाल ने कहा ने बिलासपुर में अधूरी विकास परियोजनाओ और विकास को तरसते स्मार्ट सिटी बिलासपुर में कांग्रेस शासन में अरबों रुपए के विकास कार्यो की दुर्दशा एवम बदहाली पांच साल में ही जनता के सामने आ गई है।

उन्होंने कहा साइंस कॉलेज दिल्ली के प्रगति मैदान की तर्ज पर लगाने के लिए हमने बीड़ा उठाया  और मल्टीपल स्पोर्ट्स एक्टिविटी खेल खिलाड़ियों के प्रशिक्षण के लिए जिला खेल परिसर बनवाया, लेकिन कांग्रेस के राज में इन सुविधाओं और सेवाओं का बुरा हाल है। सुचारू यातायात और  परिवहन सुविधा की  सुविधा के लिए अक्टूबर 2015 से 40 किलोमीटर की दूरी तक चारों दिशाओं में लोगों को आने-जाने में सुविधा हो सके।

इसके लिए सिटी बस सेवा आरंभ कराई। बिलासपुर में अत्याधुनिक सुविधाओं वाली 50 की संख्या में सात सर्किलों में बसें चलाई जा रही थी। महामारी के समय लाक डाउन के बाद से सिटी बस की सुविधा बदहाली के दौर से गुजर रही है। नोडल एजेंसी निगम प्रशासन की लापरवाही से करोड़ों रुपए की बसें कबाड़ में तब्दील हो गई है। यातायात परिवहन एवं यात्री सुविधा की दृष्टि से रेलवे स्टेशन एवं बस स्टैंड से कोटा, रतनपुर मार्ग, मस्तूरी, बेलतरा, बिल्हा, तखतपुर चकरभाटा क्षेत्र की ओर जाने वाले यात्रियों के लिए सस्ते दर पर  सिटी बस सुविधाओं का शुभारंभ भारतीय जनता पार्टी के शासनकाल में किया गया।

चालीस नान एसी और दस एसी बसों की सुविधाएं शहर के नागरिकों के लिए चालू की गई, इन सिटी बसों में आरामदायक बैठक व्यवस्था के साथ लो फ्लोर एवं एलईडी आधारित डिस्प्ले,जीपीएस सिस्टम के साथ सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए । बस सेवा के व्यवस्थित संचालन के लिए नगर निगम को नोडल एजेंसी बनाते हुए  बी एस बी एल प्राइवेट लिमिटेड के द्वारा किया जा रहा है।  रेलवे स्टेशन से रतनपुर ,खुटाघाट, सेंदरी मानसिक चिकित्सालय, तखतपुर, कोटा, मस्तूरी मल्हार रूटों पर यात्रियों को आने जाने के  लिए त्वरित, सुरक्षित एवं किफायती सेवा को थोड़े ही समय में अच्छा प्रतिसाद मिल रहा था।


श्री अमर अग्रवाल ने बताया बताया सिर्फ बिलासपुर नही बल्कि नगरीय प्रशासन मंत्री रहते हुए छोटे शहरों की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने और बेहतर यातायात प्रणाली के सुचारू प्रगमन हेतु पूरे प्रदेश के 21 क्लस्टरों में 451 बसों की सेवाएं 70 शहरों में आरंभ कराई गई।सिटी बस सेवा हेतु भारत सरकार द्वारा केंद्रीय योजना अंतर्गत 183.89 करोड़ों रुपए का प्रावधान किया गया। कालांतर में छत्तीसगढ़ की क्लस्टर आधारित सिटी बस सेवा को बेस्ट सिटी बस सर्विसेज के लिए केंद्रीय शहरी आवास पर्यावरण मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय पुरस्कार भी प्राप्त हुआ।

कोविड-19 महामारी के समय लाकडाउन के बाद से बंद हुई सिटी बस सेवा न्याय धानी में अब तक बहाल नही हो सकी है।  अधिकांश शहरों से सिटी बसे गायब हो गई हैं।  लॉकडाउन के बाद आज तक विभिन्न शहरों में सिटी बसें किस बदतर हालत में  यह जानने की सुध सरकार और  विभाग और स्थानीय निकायों को नहीं है।  होता है कि निगम प्रशासन जनता की कमाई से करोड़ों रुपए  बस सेवा का व्यवस्थित और सुचारू संचालन  कराने की बजाय बसों को कबाड़ियों के हाथों बेचने को आमादा है।


विभिन्न संगठनों ने  बिलासपुर के आम जनमानस को लगातार आवागमन में हो रही असुविधाओं के साथ सड़क दुघर्टनाओं आदि को देखते हुए वापस शहर में सिटी बस चलाने की मांग को लेकर नगर निगम आयुक्त के नाम ज्ञापन सौंपा,महीनों टालमटोल करने के बाद दिखावे के लिए पचास सिटी बसों  में कुछ बसे चला दी गई। मरम्मत के लिए टेंडर भी निगम नही करा पा रहा था, बार-बार विरोध होने पर किसी प्रकार से  प्रक्रिया में सरलीकरण मरम्मत करने के लिए ठेकेदार का चयन हुआ लेकिन बसों की हालात दिनोंदिन खस्ता हो जाने से महज 7 से 8 बसे ही तैयार होकर रोड पर चल रही है।

इन बसों के फेरे और समय सारणी अनुसार संचालन नहीं होने से आंशिक बहाल सिटी बस सेवा का लाभ नागरिकों को नहीं मिल पा रहा है।नगर निगम के अधिकारी जनमानस को आश्वासन का झुनझुना देकर चलता कर देते हैं। कांग्रेस के नेता और जन प्रतिनिधि मेंटेनेंस स्पीड और परिचालन में सुधार के नाम पर  रेल प्रशासन ट्रेनों की में  लेटलतीफी के लिए  लिए विरोध करते हैं लेकिन सिटी बस सेवा सुचारू चले,बसों की  मरम्मत हो जाये इस ओर उनका ध्यान नहीं जाता। उन्होंने कहा कि इन सब दूर अवस्थाओं के खिलाफ हमारा धरना और प्रदर्शन जारी रहेगा।


अमर अग्रवाल ने धरने के दौरान अपने संबोधन में विशेषकर उल्लेख करते हुए बताया बस स्टैंड क्षेत्र के व्यापारी आज उनके पास आए उन्होंने बताया कि शहर के बीच हृदय स्थल में करोड़ों की बेशकीमती जमीन पर कांग्रेस कार्यालय बनाने के लिए निगम ने लीज की  जमीन और स्वास्थ्य सेवाओं के लिए आरक्षित जमीन को नियमों को ताक पर रखकर सत्ता संरक्षण में आवंटित कर दिया  है, मूलभूत सुविधाओं का क्षेत्र में टोटा हो गया है इससे  आजीविका संकट में आ गई है ।श्री अग्रवाल ने कहा वैसे तो हर दल को जमीन मिलती है, लेकिन लोक शांति और नागरिक हितों के विपरीत नियम प्रक्रिया को ताक पर रखकर किए गए हर मुद्दे का परीक्षण करवाकर का पुरजोर विरोध किया जाएगा।


आयोजित धरने को भाजपा महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष जय श्री चौकसे ,भाजयुमो जिलाध्यक्ष निखिल केसरवानी और प्रभारी दीपक सिंह ने भी संबोधित किया। आज आयोजित धरना कार्यक्रम में आज के कार्यक्रम में उपस्थित अमरजीत दुआ,जिलाध्यक्ष रामदेव कुमावत, पूर्व महापौर विनोद सोनी, महेश चंद्रिका पूरे, विजय ताम्रकार मनीष अग्रवाल,दुर्गा सोनी, जुगल अग्रवाल,बृजेंद्र शुक्ला, विजय सिंह, ,योगेश बोले,शानूल खान, पंकज तिवारी,अमित तिवारी,आशीष तिवारी,संध्या सिंह, मंजुला सिंह, सीमा पांडे, शोभा कश्यप, चंदना गोस्वामी, रजनी यादव ,मनीष नंदी, सरिता कामडे, मिनाक्षी बोमर्डे, नीलम गुप्ता रीना गोस्वामी, सुनीता चौधरी , रीना कोरी, किरण सिंह दीपमाला झा प्रतिभा मिश्रा माया पमनानी,रोहित शुक्ला,मोनू रजक,नितिन छाबड़ा मुकेश राव सहित बड़ी संख्या में युवा मोर्चा एवं महिला मोर्चा सहित भाजपा के कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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