पूर्व TMC नेता ने पहली एनिवर्सरी पर पत्नी को गिफ्ट किया ‘AK-47’, फोटो वायरल होने पर मचा बवाल
(शशि कोन्हेर) : तृणमूल कांग्रेस (TMC) के पूर्व नेता रियाजुल हक ने अपनी शादी की पहली एनिवर्सरी पर पत्नी को ‘AK-47 राइफल’ गिफ्ट कर दी। इसे लेकर वह विवादों में घिर गए हैं। दरअसल, रियाजुल ने सोमवार को सोशल मीडिया पर अपनी पत्नी सबीना यास्मीन की एक फोटो शेयर की जिसमें वो एके-47 पकड़े हुए नजर आ रही थी।
इस पर भारतीय जनता पार्टी और सीपीआईएम के नेताओं ने उन पर तालिबान शासन को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। रियाजुल हक की खूब आलोचना हुई जिसे देखते हुए उन्होंने यह पोस्ट डिलीट कर दी।
दरअसल, मिलिट्री और पैरामिलिट्री ऑपरेशन्स के दौरान AK-47 राइफलों का ज्यादातर इस्तेमाल होता है। ऐसे में जब लोगों ने पूर्व TMC लीडर की पत्नी के हाथ में यह हथियार देखा तो भड़क गए। सोशल मीडिया पर यह सवाल उठाया जाने लगा कि आखिर इसके पीछे रियाजुल का मकसद क्या है?
अपने कदम का बचाव करते हुए रियाजुल ने कहा कि उनकी पत्नी ‘टॉय गन’ पकड़ी हुई थी। यह असली एके-47 राइफल नहीं थी। उन्होंने कहा, ‘हमने कुछ भी गैरकानूनी नहीं किया है। मेरी पत्नी के हाथ में खिलौना बंदूक थी। मेरे खिलाफ आरोप फर्जी है।’
डिप्टी स्पीकर के करीबी माने जाते हैं रियाजुल
इस पूर्व टीएमसी नेता को डिप्टी स्पीकर और रामपुरहाट के विधायक आशीष बंद्योपाध्याय का करीबी माना जाता है। विवाद बढ़ता देख उन्होंने कहा कि पोस्ट हटा दी गई है। ऐसा इसलिए क्योंकि कई सारे लोग इस पर सवाल कर रहे थे।
लोगों को लग रहा था कि यह असली बंदूक है, मगर ऐसा नहीं था। रिपोर्ट के मुताबिक, रियाजुल हक कभी तृणमूल के अल्पसंख्यक सेल के रामपुरहाट-1 ब्लॉक के अध्यक्ष थे। हालांकि, कुछ महीने पहले ही उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
BJP और CPIM ने जांच की रखी मांग
दूसरी ओर, भाजपा ने इस मामले में जांच की मांग की है। बीरभूम के भाजपा जिला अध्यक्ष ध्रुबो साहा ने कहा, ‘रियाजुल को यह बंदूक कहां से मिली, इसकी जांच होनी चाहिए। मैंने उसका फेसबुक पोस्ट देखा है। वह पूर्व टीएमसी नेता और राज्य के डिप्टी स्पीकर के करीबी सहयोगी हैं। आखिर इस तरह की पोस्ट से क्या संदेश जाता है?
क्या यह तालिबान शासन को बढ़ावा देना नहीं है? क्या वे अगली पीढ़ी को जिहादी बनने के लिए प्रेरित करने की कोशिश कर रहे हैं?’ वहीं, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) ने भी इस मामले में राज्य प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप की मांग रखी है। बीरभूम CPIM नेता सोनजीब मलिक ने कहा, ‘सत्तारूढ़ दल को सार्वजनिक मंचों पर हथियारों के इस तरह के प्रदर्शन पर तुरंत रोक लगानी चाहिए।’