गौतम अडानी ने पर्वतारोही को एयरलिफ्ट करने में की मदद, नेपाल में 5800 मीटर ऊंचाई से गिर गए थे अनुराग मालू
(शशि कोन्हेर) : भारतीय पर्वतारोही अनुराग मालू हाल ही में नेपाल में माउंट अन्नपूर्णा के एक अभियान के दौरान लापता हो गए थे. बाद में वह जिंदा तो मिले, लेकिन उनकी हालत गंभीर थी. अब अदाणी फाउंडेशन ने अनुराग मालू को एयरलिफ्ट करने में मदद की है. अदाणी फाउंडेशन (Adani Foundation) ने उनकी मदद के लिए तुरंत एक एयर एम्बुलेंस की व्यवस्था की. इसके लिए पर्वतारोही मालू के परिवार ने गौतम अदाणी (Gautam Adani) का शुक्रिया अदा किया है.
अनुराग मालू एक पर्वतारोही और जलवायु एथलीट हैं. उनके भाई आशीष मालू ने ट्विटर के जरिए गौतम अदाणी का शुक्रिया अदा किया है. उन्होंने ट्वीट किया, “समय पर एयरलिफ्टिंग के लिए मैं शब्दों से परे आपका आभारी हूं. अनुराग मालू को सुरक्षित वापस लाने में अमूल्य मदद के लिए गौतम अदाणी और अदाणी फाउंडेशन को हार्दिक धन्यवाद.”
राजस्थान के किशनगढ़ निवासी अनुराग मालू 17 अप्रैल को दुनिया के 10वें सबसे ऊंचे पर्वत माउंट अन्नपूर्णा पर कैंपिंग के दौरान हादसे का शिकार हो गए थे. वह कैंप III से उतरते समय 5800 मीटर की ऊंचाई से गिर गए और इसके बाद लापता हो गए थे. माउंट अन्नपूर्णा अपने दुर्गम इलाके के लिए जाना जाता है.
हादसे के बाद तीन दिनों तक अनुराग मालू हिमस्खलन प्रभावित इलाके में जिंदा रहे. 20 अप्रैल को उन्हें रेस्क्यू किया गया था. उनकी हालत गंभीर थी. इसलिए उन्हें नजदीकी मेडिकल कैंप में ले जाया गया था. यहां से उन्हें पोखरा के मणिपाल अस्पताल और बाद में काठमांडू के मेडिसिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
अनुराग मालू के परिवार ने अदाणी फाउंडेशन से मदद मांगी थी. परिवार ने मालू को नेपाल से भारत एयरलिफ्ट करने और ग्राउंड ट्रांसफर के खर्च का इंतजाम करने की अपील की थी, क्योंकि परिवार इसका इंतजाम करने में सक्षम नहीं था.
अदाणी ग्रुप के फाउंडर और चेयरमैन गौतम अदाणी ने तुरंत परिवार की अपील पर एक्शन लिया. इसके बाद अदाणी फाउंडेशन ने अनुराग मालू के लिए एक एयर एम्बुलेंस और ट्रांसफर का इंतजाम किया.
अदाणी फाउंडेशन की मदद से अनुराग मालू को एयरलिफ्ट किया गया और इलाज के लिए उन्हें नई दिल्ली में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में भर्ती कराया गया है.
गौतम अदाणी ने अनुराग मालू के भाई आशीष मालू के ट्वीट का भी जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि घायल पर्वतारोही की मदद करना उनके और उनकी पत्नी के लिए सौभाग्य की बात है. प्रीति अदाणी फाउंडेशन की प्रमुख हैं.