गौतम अडानी ने की भविष्यवाणी… दुनिया में जल्द ही अलग-थलग पड़ जाएगा चीन.. जबकि भारत..
(शशि कोन्हेर) : नई दिल्ली – भारतीय उद्योगपति और दुनिया के दूसरे सबसे अमीर आदमी गौतम अदाणी ने कहा है कि कभी वैश्वीकरण का चैंपियन रहा चीन अब चुनौतियों का सामना कर रहा है। अदाणी समूह के संस्थापक और अध्यक्ष गौतम अदाणी ने सिंगापुर में आयोजित फोर्ब्स ग्लोबल सीईओ समिट में कहा कि ‘मुझे आशा है कि चीन, जिसे कभी वैश्वीकरण के लीडिंग चैंपियन के रूप में देखा गया था, तेजी से अलग-थलग महसूस करने लगेगा। बढ़ते राष्ट्रवाद, सप्लाई चेन के जोखिम और प्रौद्योगिकी पर लगाए गए तमाम प्रतिबंधों का प्रभाव उस पर पड़ेगा।’
भारतीय बाजार के बारे में बोलते हुए गौतम अदाणी ने कहा कि भारत अविश्वसनीय अवसरों से भरा है। वास्तविक भारत के विकास की कहानी अभी शुरू हो रही है। कंपनियों के लिए भारत का आर्थिक पुनरुत्थान एक बड़ा अवसर है। उन्होंने कहा कि भारत के अगले तीन दशक दुनिया पर पड़ने वाले प्रभाव के लिए सबसे अहम होंगे।
गौतम अदाणी में कहा कि भारतीय डाटा सेंटर बाजार में इन दिनों विस्फोटक वृद्धि देखी जा रही है। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र दुनिया के किसी भी अन्य उद्योग की तुलना में अधिक ऊर्जा की खपत करता है और इसलिए ग्रीन डेटा सेंटर बनाने का हमारा कदम एक गेम-चेंजिंग डिफरेंशियल है।
गौतम अदाणी ने कहा कि हमने अभी-अभी दुनिया के सबसे बड़े सस्टेनेबिलिटी क्लाउड का निर्माण पूरा किया है, जिस पर पहले से ही हमारे सौर और पवन ऊर्जा सिस्टम चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक वैश्विक आर्टिफिशल इंटेलिजेंस लैब द्वारा द्वारा जल्द ही इसको मॉडिफाई किया जाएगा।
ग्रीन एनर्जी और डिजिटल वर्ल्ड में 100 अरब डॉलर का निवेश
अदाणी समूह अगले दशक में मुख्य रूप से नई ऊर्जा और डिजिटल क्षेत्र में 100 अरब डॉलर का निवेश करेगा, जिसमें डेटा सेंटर भी शामिल हैं। दुनिया के दूसरे सबसे धनी व्यक्ति गौतम अदाणी ने कहा कि इस निवेश का 70 प्रतिशत ऊर्जा संक्रमण क्षेत्र में होगा।
पोर्ट-टू-एनर्जी कारोबारी अदाणी समूह 45 गीगावाट हाइब्रिड अक्षय ऊर्जा उत्पादन क्षमता का लक्ष्य हासिल करने के लिए सौर पैनल, पवन टर्बाइन और हाइड्रोजन इलेक्ट्रोलाइजर बनाने के लिए 3 गीगा कारखानों का निर्माण करेगा। गौतम अदाणी ने कहा कि मौजूदा 20 GW नवीकरणीय ऊर्जा पोर्टफोलियो के अलावा, समूह 45 GW हाइब्रिड नवीकरणीय बिजली उत्पादन क्षमता बढ़ाएगा।
अदाणी समूह 3 गीगा फैक्ट्रियों का भी निर्माण करेगा। इसमें 10 गीगावॉट सिलिकॉन-आधारित फोटोवोल्टिक इस्टैब्लिशमेंट के अलावा 10 गीगावॉट एकीकृत पवन-टरबाइन निर्माण सुविधा और 5 गीगावॉट हाइड्रोजन इलेक्ट्रोलाइजर फैक्ट्री भी शामिल होगी।