सामान्य प्रशासन विभाग ने पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह पर आय से अधिक संपत्ति के मामले में कार्यवाही की अनुमति मांगी
(शशि कोन्हेर) : रायपुर – पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह की आय से अधिक संपत्ति और आर्थिक अनियमितता के मामले में हुई शिकायत के बाद उनकी मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं। राज्य सरकार ने यह मामला आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) और एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) को सौंपा है।
सामान्य प्रशासन विभाग ने यह प्रकरण राजभवन भेजकर डा. रमन पर कार्रवाई की अनुमति मांगी है। राज्य सरकार इस तरह से डा. रमन सिंह को घेरने की तैयारी में है।
राजनांदगांव निवासी नवाज अहमद खान ने लिखित में शिकायत की है कि मुख्यमंत्री रहते हुए डा. रमन सिंह और उनके परिवार के सदस्यों की आमदनी में अप्रत्याशित बढ़ोतरी हुई है वहीं दूसरी ओर कांग्रेस नेता विनोद तिवारी ने पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह की संपत्ति को लेकर पहले ही छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट में रिट याचिका दायर कर रखी है, जिस पर सुनवाई होनी बाकी है। जिसमे विनोद तिवारी ने कहा है कि डा. रमन सिंह ने विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए चुनाव आयोग में अपनी संपत्ति का गलत ब्योरा पेश किया है। अब इसी मामले में नई शिकायत सामने आई है।
नवाज खान ने शिकायती पत्र में पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह द्वारा
तीन वर्ष के चुनावी शपथ-पत्र में घोषित आय और संपत्ति को ही आधार बनाया है।
सूचना के अधिकार के तहत निकाले गए दस्तावेज के आधार पर उन्होंने बताया है कि वर्ष 2008 में चुनाव लड़ते समय स्वयं सात लाख रुपये नगद और जमा राशि 60 हजार 300, फिक्स डिपाजिट चार लाख रुपये, 23 तोला सोना, चार किलो चांदी और अन्य मद में दो लाख 35 हजार 731 रुपये उन्होंने लिखा था। 7.19 एकड़ कृषि भूमि,2400 वर्गफीट का भवन, 8,634 वर्गफीट की आवासीय भूमि और 15.44 एकड़ भूमि होने का उल्लेख किया था। इसी तरह उनकी पत्नी का नगद चार लाख 37 हजार 148 रुपये, फिक्स डिपाजिट सात लाख 50 हजार, 55 तोला सोना, आठ किलोग्राम चांदी, सात कैरेट हीरा, 68.96 एकड़ कृ षि भूमि उल्लेखित किया है।
शिकायत पत्र में आरोप है कि डा. सिंह की वर्ष 2018 में जमा राशि बढ़कर कुल एक करोड़ 29 लाख 82 हजार 303 रुपये हो गई। इस तरह जमा राशि में लगभग पांच गुना वृद्धि हुई। इसी तरह उनके परिवार के सदस्यों की भी आय में अप्रत्याशित रूप से वृद्धि होने का उल्लेख है। शिकायतकर्ता ने पत्र में लिखा है कि डा. सिंह और उनके परिवार के आश्रितों की आय आश्चर्यजनक तरीके से बढ़ी है, जो कि ज्ञात स्रोतों से प्राप्त होने वाली आय से कई गुना अधिक है।