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अयोध्या में रामलला के प्रतिष्ठा महोत्सव पर जारी होंगे सोने और चांदी के सिक्के

(शशि कोन्हेर) : श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र के बोर्ड ऑफ ट्रस्टी ने निर्णय लिया है कि निर्माणाधीन दिव्य मंदिर में विराजमान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के अवसर पर राम टंका यानी चांदी और सोने का सिक्का भी जारी किया जाएगा।

इसके साथ भगवान राम एवं राम दरबार के अंकित चित्रों वाले सिक्के को महोत्सव में आमंत्रित अतिथियों को भी प्रदान किया जाएगा। तीर्थ क्षेत्र यह सिक्का सभी वर्ग के श्रद्धालुओं को भी उपलब्ध कराने की योजना पर मंथन कर रहा है लेकिन तकनीकी अड़चनों को देखते हुए अंतिम निर्णय नहीं लिया गया।

बोर्ड आफ ट्रस्टीज की बैठक में इस आशय का प्रस्ताव उडप्पई के पेजावर मठ पीठाधीश्वर जगद्गुरु माध्वाचार्य स्वामी विश्व प्रसन्न तीर्थ ने रखा था। इस प्रस्ताव को सर्व सम्मति से स्वीकृत कर लिया गया। राम मंदिर के भूमि पूजन के अवसर पर पांच अगस्त 2020 को भी आमंत्रित अतिथियों को चांदी के सिक्के भेंट स्वरूप प्रदान किए गये थे लेकिन यह बाजार में प्रचलित सिक्के थे।

फिलहाल बोर्ड ने वैष्णो देवी प्रशासन से प्रेरणा लेते हुए राम टंके की ढलाई कराने का निर्णय कर लिया है। इन सिक्कों की ढलाई को लेकर विधिक औपचारिकताओं को पूरा करने की दिशा में विशेषज्ञों एवं विभागीय अफसरों से वार्ता शुरू कर दी गयी है।

दो तरह के सिक्कों की ढलाई पर भी मंथन

बोर्ड आफ ट्रस्टीज की बैठक में लिए गये फैसले के मुताबिक आरबीआई की ओर से जिस तरह दो प्रकार के सिक्के जारी किए जाते हैं, उसी तर्ज पर दोनों प्रकार के सिक्के निर्गत करने पर विचार चल रहा है। बोर्ड के जिम्मेदारों का कहना है कि आरबीआई दो तरह के सिक्के जारी करता है। इनमें एक डिफनिटिव क्वाइन जो कि प्रसार की दृष्टि से पांच, दस व सौ रुपए के सिक्के ढाले जाते हैं। इसी कड़ी में पांच, दस व बीस रुपए के सिक्के पर विचार हो रहा है। इसके अलावा दूसरा कोम्मरेटिव क्वाइन जो संग्रह की दृष्टि से डाले जाते हैं, पर भी विचार हो रहा है। इन सिक्कों पर भगवान राम एवं राम दरबार के चित्र अंकित किए जाएंगे।

गर्भगृह की फर्श की प्रस्तावित प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकी

श्रीरामजन्म भूमि में विराजमान रामलला के निर्माणाधीन दिव्य मंदिर में गर्भगृह की फ्लोरिंग की प्रक्रिया शुक्रवार को नहीं शुरू हो सकी। राम मंदिर निर्माण की कार्यदाई संस्था एलएण्डटी के परियोजना निदेशक वीके मेहता ने बताया कि तैयारी की जा रही है। उन्होंने बताया कि गर्भगृह की दीवारों से लेकर स्तंभ व छत से लेकर फर्श तक सभी मकराना मार्बल के होंगे। उन्होंने बताया कि सभी भागों में लगने वाले मार्बल पर बारीक खूबसूरत नक्काशी एवं मीनाकारी कराई गई है। बताया गया कि इन पत्थरों पर नक्काशी का काम राजस्थान की कार्यशाला में हो रहा और फिर उन्हें यहां भेजा जा रहा है। बताया गया कि इन पत्थरों की लगातार आवक हो रही है लेकिन अभी कुछ शेष जिन्हें भी लाया जा रहा है। सभी पत्थर यहां एकाध दिन में आ जाएंगे, उसके बाद निर्माण शुरू किया जाएगा जिससे कि कार्य में बांधा न आए।

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