गोंड़ विद्रोह और स्वतंत्रता आन्दोलन कोरिया रियासत की महत्वपूर्ण घटना – डॉ. पाण्डेय
(राम प्रसाद गुप्ता ) : कोरिया/मनेन्द्रगढ़ :भारतीय इतिहास संकलन समिति द्वारा आयोजित भारतीय इतिहास परिषद् नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित एवं संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के अधीन इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र नई दिल्ली के द्वारा आयोजित आजादी के ‘‘अमृत महोत्सव’’ के उपलक्ष्य में अन्तर्राष्ट्रीय संगोष्ठी ‘स्व’ का संघर्ष: स्वाधीनता आन्दोलन के विशेष सन्दर्भ में 06 अगस्त से 08 अगस्त तक क्लब पेरेसो रायपुर में आयोजित किया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ. बालमुकुन्द पाण्डेय संगठन सचिव आखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना एवं जे. नन्द कुमार अखिल भारतीय संयोजक प्रज्ञा प्रवाह, सास्वत् प्रतिनिधी फाम सन्ह चाउ भारत में वियतनाम के राजदुत एवं डॉ. ओम जी उपाध्याय सदस्य सचिव भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद् नई दिल्ली एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता गुरू घासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक चक्रवाल ने किया।
तत्पश्चात् वियतनाम, थाइलैण्ड व अन्य देशों के साथ-साथ दिल्ली विश्वविद्यालय, बनारस काशी विश्वविद्यालय, प्रयागराज, गुजरात, राजस्थान,उडीसा, झारखण्ड, मध्यप्रदेश व अन्य राज्यों के लगभग दो सौ शोध पत्रो का वाचन किया गया। कोरिया जिले से एक मात्र प्रतिनिधि इतिहासकार डॉ. विनोद कुमार पाण्डेय प्राचार्य शासकीय हाई स्कूल पिपरिया ने अन्तराष्ट्रीय संगोष्ठी में भाग लेकर स्वाधीनता आन्दोलन में छत्तीसगढ़ का योगदान (कोरिया जिले के विशेष संदर्भ में) प्रस्तुत किया।
कोरिया रियासत में प्रमुख गोंड़ विद्रोह, घुटरा (15 फरवरी 1932) एवं कोरिया में स्वतंत्रता आंदोलनों के संबंध में शोध पत्र प्रस्तुत किया एवं कोरिया रियासत के विलिनीकरण के साथ-साथ छत्तीसगढ़ रियासतों के इतिहास का संक्षिप्त वाचन किया।
डॉ. पाण्डेय के पूर्व मे लगभग 40 शोध पत्र राष्ट्रीय सेमीनार एवं राज्य स्तरीय सेमीनार में प्रकाशित हो चुके हैं तथा अंतर्राष्ट्रीय जर्नल्स इण्डियन एकेडमी ऑफ सोशल सांईस छत्तीसगढ़ शोध संस्थान के लाइफ फेलो है साथ ही राज्य के प्रमुख समाचार पत्रो इनके द्वारा लिखे ऐतिहासिक पुरातत्विक एवं पर्यटन स्थलो पर लेख प्रकाशित होते रहे है।
ज्ञात हो की डॉ. पाण्डेय को गुरू घासीदास विश्वविद्यलय के पंचम दीक्षांत समारोह 2006 में पी.एच.डी की उपाधि तात्कालिन राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की अध्यक्षता में प्राप्त हुई। वर्तमान में वे शासकीय हाई स्कूल पिपरिया मनेन्द्रगढ़ में प्राचार्य के पद पर अपनी सेवा दे रहे है।