शासन की योजना रोका-छेका का गौरीनगर व नंदई चौक में असर नही
(उदय मिश्रा) : राजनांदगांव – 1 जुलाई से पूरे प्रदेश में छत्तीसगढ़ शासन की योजना रोका-छेका लागू हुई है, लेकिन हमारा शहर संस्कारधानी इससे पूरी तरह अछूता है, शहर में जगह-जगह आपको लावारिस हालत में जानवर बैठे हुए दिख जाएंगे, जिसके कारण दुर्घटनाओं की आशंका हमेशा बनी रहती है बल्कि कई घटनाएं हुई भी हैं, आम जनता का सड़कों पर चलना दूभर हो गया है यदि आप चार चक्का वाहन में हैं तो आपको इन लावारिस बैठे जानवरों के बीच में से ही रास्ता निकालना पड़ेगा या की उत्तर कर हटाना पड़ेगा। सबसे बदतर हालात तो गौरीनगर व नंदई चौक के हैं जहाँ पूरी सड़क पर जानवर कब्जा जमाए रहते हैं। गौरीनगर नगर में रेलवे क्रासिंग के बाद से मुख्य मार्ग पर आखरी तक लावारिस जानवरों का जमावड़ा रहता है इन्हें हटाने या इनके मलिकों को जुर्माना लगाने निगम भी कभी प्रयास नही करती , सिर्फ कागजों में खानापूर्ति की जाती है। दिखावे के हिसाब से प्रेस विज्ञप्ति जारी कर दी जाती है कि आज इतने जानवर पकड़े गए व सैकडों लोगों से शपथ पत्र भरवाए गए लेकिन हालात वही ढाक के तीन पात। उम्मीद इस समाचार व तस्वीरों को देखने के बाद निगम प्रशासन कुछ करेगा।