हमारा बेटा होता तो ऐसा ही होता’, सायरा बानो ने शाहरुख खान से पहली मुलाकात का बताया क़िस्सा
(शशि कोन्हेर) : दिग्गज अभिनेत्री सायरा बानो इसी साल जुलाई में सोशल मीडिया पर आईं। वह दिलीप कुमार से जुड़ी यादें साझा करती रहती हैं। रविवार को सायरा बानो ने एक वीडियो पोस्ट किया और बताया कि शाहरुख खान के साथ पहली मुलाकात किस तरह हुई थी। शाहरुख खान और दिलीप कुमार में बहुत करीबी रिश्ता था।
सायरा बानो पहले भी कह चुकी हैं कि अगर उनका बेटा होता तो वह शाहरुख की तरह दिखता। जब दिलीप कुमार का निधन हुआ तो शाहरुख उनके घर पहुंचने वाले सबसे पहले लोगों में से थे। सायरा बानो ने पोस्ट में यह यादें शेयर की हैं।
शेयर किए गए वीडियो में दिलीप कुमार, शाहरुख खान और रवि किशन हैं। दिलीप कुमार ने मुगल-ए-आजम के एक बड़े पोस्टर पर साइन किया। शाहरुख बताते हैं कि उन्हें किसी ने इस फिल्म का ओरिजनल पोस्टर इस शर्त पर दिया कि वह इस पर दिलीप कुमार के साइन लेंगे।
शेयर किया पुराना किस्सा
सायरा बानो ने पोस्ट में लिखा, ‘पहली बार मैंने शाहरुख को तब देखा था जब कई सितारे एक समारोह के लिए मिले थे। वह शर्मीले थे और झिझक रहे थे। मैंने देखा कि वह बिल्कुल मेरे शहंशाह दिलीप साहब की तरह दिखते थे। मैंने कहा कि अगर मेरा बेटा होता तो वह भी उनके जैसा ही होता।
उनके साथ मुलाकात की एक और याद है। आशीर्वाद मांगते हुए उन्होंने मेरे सामने सिर झुकाया था।
जैसे ही मैंने उनके सिर पर हाथ रखा और उनके बालों पर ऊंगलियां फिराईं मैं बिना कहे नहीं रह सकी कि वह दिलीप साहब से कितने मिलते-जुलते हैं। उस दिन के बाद से जब भी शाहरुख और मैं मिले उन्होंने हमेशा अपना सिर नीचे कर लिया जिससे मुझे आशीर्वाद देने का मौका मिला। एक बार मैं उनके बालों में अपना हाथ फेरना भूल गई तो उसके बाद शाहरुख ने यह कहते हुए अपना सिर नीचे कर लिया और कहा, आज आपने मेरे बालों पर हाथ नहीं फेरा। फिर मैंने प्यार से उनके बालों में ऊंगलियां फिराईं।’
एक मैसेज मिलते ही पहुंचे
सायरा बानो ने आगे कहा, ‘शाहरुख खान एक कमाल के अभिनेता होने के साथ-साथ बहुत स्वीट और अच्छे संस्कारों वाले हैं। वह अक्सर हमारे घर पर होने वाले कई आयोजनों पर उपस्थित रहे। एक बार मेरी कंपनी का स्पेशल इवेंट था और मैं चाहती थी शाहरुख एक इंटरव्यू दें। शाहरुख का बिजी शेड्यूल था और उनका आना असंभव लग रहा था। फिर भी मेरी ओर से एक मैसेज मिलते ही एक घंटे की भीतर वह मेरे घर के दरवाजे पर थे।’