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हर हर महादेव… दीपावली पर दिखेगी बाजी‌ प्रभु के 300 मराठा वीरों का 12000 मुगलिया फौज से घनघोर युद्ध,..रोंगटे खड़े करने का ट्रेलर

(शशि कोन्हेर) : जहां साउथ की फिल्म इंडस्ट्रीज लगातार हिंदी दर्शकों को अपने कंटेंट से लुभा रही हैं और हिंदी फिल्ममेकर्स अब साउथ की मार्किट में पैठ बनाना चाहते हैं, वहीं मराठी सिनेमा भी अब इस दौड़ में शामिल होने जा रहा है. अभिजीत देशपांडे की लिखी और उन्हीं के डायरेक्शन में बनी फिल्म ‘हर हर महादेव’ का ट्रेलर आया है और हिंदी जनता में इसकी चर्चा शुरू हो गई है.

‘हर हर महादेव’ पहली मराठी फिल्म होगी जो हिंदी, तेलुगू, तमिल और कन्नड़ में भी पैन इंडिया रिलीज होगी. फिल्म में सुबोध भावे, मराठा साम्राज्य की नींव रखने वाले छत्रपति शिवाजी महाराज का किरदार निभा रहे हैं. उनके साथ शरद केलकर भी हैं जो बाजी प्रभु देशपांडे के रोल में हैं. ‘हर हर महादेव’ का ट्रेलर तो दमदार लग रहा है और दोनों एक्टर्स का काम बहुत इम्प्रेस करने वाला है.

क्या है कहानी?


‘हर हर महादेव’ की कहानी मराठा योद्धाओं के गौरवशाली इतिहास से जुड़े एक पन्ने पर आधारित है जिसका नाम है पावनखिंड का युद्ध. बीजापुर पर कंट्रोल पाने के लिए, अफजल खाना को हराने और पन्हाला के किले पर कब्जे के बाद शिवाजी और उनकी 600 मराठाओं की सेना का लक्ष्य विशालगढ़ की तरफ बढ़ना था. लेकिन बीजापुर की सेना का घेरा तोड़ पाना थोड़ा मुश्किल हो रहा था.

ऐसे में प्लान बनाया गया कि ये काम रात में किया जाए. और बीजापुरी सेना को बिजी रखने के लिए एक बेहतरीन प्लान भी बनाया गया, जिसमें शिवाजी की तरह दिखने वाले शिवा कासिद को, अपने राजा की हुलिए में गिरफ्तार होना था, जिससे मराठा सेना को विशालगढ़ की तरफ बढ़ने का मौका मिलता।


प्लान तो कामयाब हुआ लेकिन सिद्धि मसूद की कमांड में बीजापुर की सेना भी मराठा सेना के पीछे लग गई. ऐसे में आगे आए बाजी प्रभु देशपांडे और उनकी बांदल सेना. ‘हर हर महादेव’ के ट्रेलर में बाजी प्रभु शुरुआत में छत्रपति के स्वराज्य वाली थ्योरी में विश्वास नहीं करते दिख रहे और कहानी में दोनों के बीच एक टकराव भी दिख रहा है. लेकिन जब सिद्दी मसूद और उसकी सेना को रोकने की बारी आई, तो बाजी प्रभु तीन सौ मराठाओं की सेना के साथ घोड़खिंड पास पर ही रुक गए और ताकि शिवाजी और बाकी मराठा सेना विशालगढ़ पहुंच सके.

बताया जाता है कि इस 300 की सेना के साथ बाजी प्रभु ने सिद्धि मसूद और उसकी 12000 लड़ाकों की सेना से भयानक युद्ध लड़ा. इस युद्ध में बाजी प्रभु के ‘दंड पट्टा’ लेकर लड़ने की किस्से बताते हैं कि वो युद्ध कितना भयंकर था. उधर शिवाजी ने भी 300 की सेना के साथ सूर्यराव सुर्वे और जसवंतराव दलवी को हराकर, विशाल गाढ़ पर झंडा लहराया. कहा जाता है कि बाजी प्रभु की वीरता के सम्मान में शिवाजी महाराज ने घोड़खिंड का नाम ‘पावनखिंड’ रखा।

पहले भी आई फिल्म
इसी साल फरवरी में, मराठाओं की इसी ऐतिहासिक जीत पर बनी फिल्म ‘पावनखिंड’ भी रिलीज हु थी. दिगपाल लांजेकर की फिल्म में चिन्मय मांडलेकर और मृणाल कुलकर्णी मुख्य भूमिकाओं में थे. इस फिल्म को भी अच्छे रिव्यू मिले थे और जनता ने काफी पसंद किया था.

‘हर हर महादेव’ इस दिवाली पर 25 अक्टूबर को थिएटर्स में रिलीज हो रही है. फिल्म का ट्रेलर तो दमदार है और दोनों लीड एक्टर्स का काम दमदार लग रहा है. हालांकि ट्रेलर में एक दो जगह पर VFX थोड़ा सा कमजोर दिखा, लेकिन अगर कहानी और स्क्रीनप्ले में दम हो तो जनता ये सब बर्दाश्त कर लेती है।

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