अभी तक जंतर मंतर पर बैठे पहलवानों से मिलने कैसे नहीं गए वरुण गांधी
(शशि कोन्हेर) : भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ बीते 5 साल से लगातार विषवमन कर रहे राहुल गांधी अभी तक पहलवानों के समर्थन में जंतर मंतर कैसे नहीं पहुंचे इसे लेकर बड़ा आश्चर्य हो रहा है..? चाहे योगी आदित्यनाथ की उत्तर प्रदेश सरकार हो या फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की केंद्र सरकार..? भाजपा के सांसद होते हुए भी वरुण गांधी इन दोनों की आलोचना करते नहीं थकते।
मौका मिलते ही अथवा कोई मौका ना हो तो भी सरकार को आड़े हाथों लेने के उनके रवैया से ऐसा लग रहा है कि अब वरुण गांधी और उनकी मां मेनका गांधी को भारतीय जनता पार्टी मैं मिला सम्मान पच नहीं रहा है। भाजपा में भी जिस तरह से इन दोनों मां-बेटे को लेकर मौन साध रखा है। उसका स्पष्ट संकेत है कि पार्टी वरुण गांधी और मेनका गांधी के भारतीय जनता पार्टी से बाहर जाने का इंतजार कर रही है। रविवार को अपने संसदीय क्षेत्र पीलीभीत के दौरे में उन्होंने पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु की तारीफ की।
और मुस्लिम समाज की सराहना करते हुए कहा कि यह समाज ही हमारी ताकत है। उन्होंने लोगों से कहा कि अब जब मैं आपका गांव आ रहा था तो कई मुसलमानों ने मेरा भव्य स्वागत किया।
इसके बाद वह उत्तर प्रदेश में और देश भर में संविदा कर्मचारियों आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और शिक्षा मित्रों तथा रोजगार सेवकों को लेकर योगी आदित्यनाथ कि सरकार के खिलाफ भाजपा के अनुशासन की परवाह न करते हुए बोलते रहे। इससे ही ऐसा लग रहा है कि अब उनके और उनकी माता श्रीमती मेनका गांधी के साथ भाजपा का नाम बहुत दिनों तक जुड़ा नहीं रह सकेगा।