अदाणी ग्रुप के बेदाग निकलने से खुश हूं”: सुप्रीम कोर्ट के पैनल रिपोर्ट पर बोले मुकुल रोहतगी
(शशि कोन्हेर) : हिंडनबर्ग केस की जांच के लिए बने सुप्रीम कोर्ट के पैनल की रिपोर्ट शुक्रवार को सार्वजनिक कर दी गई. पैनल की रिपोर्ट में कहा गया है कि पहली नजर में अदाणी ग्रुप ने किसी भी कानून का उल्लंघन नहीं किया है, और SEBI ने भी अदाणी ग्रुप की ओर से दी गई जानकारी को गलत नहीं बताया है. रिपोर्ट पर सुप्रीम कोर्ट में अगली सुनवाई 11 जुलाई को होगी. इस पूरे मामले पर वरिष्ठ वकील मुकुल रोहतगी (Mukul Rohatgi) ने मीडिया के सवालों का जवाब दिया. रोहतगी ने कहा, “अदाणी ग्रुप (Adani Group) ने किसी भी नियमों का उल्लंघन नहीं किया. कमेटी की जांच में अदाणी ग्रुप बेदाग साबित हुई है.
मुकुल रोहतगी ने कहा, “जांच में सामने आया कि अदाणी ग्रुप के शेयर की कीमतें स्थिर हैं. शेयरों की कीमतें 24 जनवरी के पहले की कीमतें तो नहीं हैं, लेकिन कीमतें जहां पर भी हैं वो स्थिर हैं. अदाणी ग्रुप पर निवेशकों का भरोसा है. अदाणी ग्रुप ने कई काम किए हैं, जो निवेशकों के भरोसे के पक्ष में हैं. इसलिए चिंता की कोई वास्तविक वजह नहीं हैं.”
सुप्रीम कोर्ट ने 2 मार्च को अदाणी-हिंडनबर्ग मामले में 6 मेंबर की एक्सपर्ट कमेटी बनाई थी. कमेटी ने अपनी रिपोर्ट 6 मई को सौंप दी थी.
शॉर्ट सेलिंग में अदाणी ग्रुप का हाथ नहीं
उन्होंने कहा, “सेबी ने भी इस मामले में आज तक जो एक्सपर्ट ओपिनियन दी है, उसके मुताबिक कई लोगों ने 24 जनवरी या उसके आसपास शॉर्ट सेलिंग जरूर की, लेकिन इसमें अदाणी ग्रुप का हाथ नहीं है. इसमें नियामक की कोई नाकामी नहीं है.”
नियमों की अनदेखी नहीं हुई
मुकुल रोहतगी के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट की पैनल कमेटी ने कहा कि सेबी के नियमों को और पुख्ता किया जाए. सेबी इस मामले में अभी और जांच कर रही है. लेकिन सुप्रीम कोर्ट के आज के फैसले से ये साफ जाहिर है कि अदाणी ग्रुप ने स्टॉक मार्केट में सेबी या किसी भी नियमों की अनदेखी नहीं की है.
हिंडनबर्ग रिसर्च सेल्फ मोटिवेटेड
साथ ही उन्होंने कहा, अदाणी ग्रुप ने हमेशा ही नियमों में रहकर काम करना सुनिश्चित किया है. हिंडनबर्ग रिसर्च एक सेल्फ मोटिवेटेड रिपोर्ट है. उनका काम यही है कि पहले एक क्राइसिस क्रिएट किया जाए. उस दौरान शॉर्ट सेलिंग की जाए. फिर सस्ते में शेयर खरीदे जाए और मंहगे में बेचा जाए. यही हिंडनबर्ग का काम है.
फायदे से अदाणी ग्रुप का कोई लेना-देना
वरिष्ठ वकील ने कहा, हिंडनबर्ग की जो रिपोर्ट आने वाली थी, ये अनजाने में या जान-बुझकर कहीं न कहीं लीक हुई है. लोगों ने इसका गलत फायदा उठाया है. इस फायदे से अदाणी ग्रुप का कोई लेना-देना नहीं है.