मैं राजनीति छोड़ दूंगा अगर… बोले इमरान, सत्ता पक्ष से बात करने को भी
(शशि कोन्हेर) पाकिस्तान में इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद 9 मई को हुई हिंसा को लेकर उनकी अपनी पार्टी में ही नाराजगी है। अब तक 30 नेता इमरान खान का साथ छोड़ चुके हैं। पार्टी छोड़े वालों में ऐसे नेता हैं जो कि इमरान के बेहद करीबी रहे हैं और उनकी सरकारा में बड़ी ओहदों पर रह चुके हैं।
फवाद चौधरी ने भी पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया है। अब इमरान खान ने कहा है कि वह एक कमेटी बनाकर सत्ताधारी पक्ष से बातचीत करने को तैयार है। उन्होंने यहां तक कहा कि अगर उन्हें लगता है कि उनके राजनीति छोड़ने से देश को फायदा होगा तो वह यह भी करने को तैयार हैं।
इमरान ने कहा, मैं एक कमेटी बना रहा हूं। मैं सत्ता पक्ष के किसी भी व्यक्ति से बात करने को तैयार हूं। मैं दो मुद्दों पर बात करना चाहता हू्ं। अगर उनके मुताबिक मेरे राजनीति छोड़ने से देश को फायदा होता है तो मैं छोड़ दूंगा। दूसरा अक्टूबर में चुनाव कराने से देश को कैसे फायदा मिलेगा। इमरान खान अपने समर्थकों को संबोधित कर रहे थे।
9 मई को क्या हुआ था
9 मई को इमरान खान को अल-कादरी केस में कोर्ट से गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके बाद उनके समर्थक उग्र हो गए थे और हिंसा पर उतर आए थे। सैन्य मुख्यालय में आग लगा दी गई थी।
सरकारी कार्यालयों में तोड़फोड़ की गई। इसके बाद सरकार ने पीटीआई नेताओं को गिरफ्तार करने का आदेश दे दिया। पूर्व मानवाधिकार मंत्री शिरीन माजारी को तीन बार गिरफ्तार किया गया और उन्होंने पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया। फवाद चौधरी ने कहा कि वह इमरान खान से दूर हो रहे हैं। अब तक चार प्रांतों के 30 से अधिक नेता पीटीआई छोड़ चुके हैं।
इमरान खान ने दी छिपने की सलाह
शाह महमूद कुरैशी, मलीका बुखारी, मुशर्रत जमशेद चीमा और अन्य पीटीआई नेताओं को जमानत मिलते ही दोबारा गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं अन्य नेताओं की भी धर-पकड़ तेज कर दी गई है। इमरान खान ने अपने नेताओं से कहा कि वे कहीं छिप जाएं, अपने घर पर ना रहें और बाहर भी ना आएं। इमरान ने यह भी कहा, मैं आखिरी सांस तक लड़ने कौ तैयार हूं।