भारत में डिजिटल विभाजन नहीं होने दूंगा…..बिल गेट्स से बोले पीएम मोदी
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक व समाजसेवी बिल गेट्स ने हाल ही में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से लेकर टेक्नोलॉजी, स्वास्थ्य देखभाल, क्लाइमेट आदि पर बेहद खास चर्चा की। इस चर्चा का वीडियो आज रिलीज किया गया है। इस दौरान पीएम मोदी ने भारत में हो रहे टेक्नोलॉजी इनोवेशन को लेकर दिल खोलकर बात की। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिल गेट्स को अपने भविष्य के लक्ष्यों के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि वह 3 करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाना चाहते हैं। इसके अलावा, कृषि को आधुनिक बनाना चाहते हैं।
पीएम नरेंद्र मोदी और बिल गेट्स ने 2023 जी20 शिखर सम्मेलन पर भी चर्चा की जो पिछले साल भारत की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। पीएम मोदी ने कहा, “..जी20 शिखर सम्मेलन से पहले हमने व्यापक चर्चा की और जैसा कि आपने देखा होगा, शिखर सम्मेलन की कार्यवाही में कई मोड़ आए। मेरा मानना है कि अब हम जी20 के मूल उद्देश्यों के साथ जुड़ गए हैं और उन्हें मुख्यधारा में ला रहे हैं।” वहीं बिल गेट्स ने कहा, “जी20 कहीं अधिक समावेशी है और इसलिए भारत को इसकी मेजबानी करते हुए देखना शानदार रहा।”
पीएम नरेंद्र मोदी और बिल गेट्स ने भारत में डिजिटल क्रांति के साथ-साथ भारत में स्वास्थ्य, कृषि और शिक्षा क्षेत्रों पर भी चर्चा की। पीएम आवास पर बिल गेट्स के साथ बातचीत करते हुए PM मोदी ने कहा, “जब मैं इंडोनेशिया में भी जी-20 में गया था तब दुनिया के सभी देशों की उत्सुकता थी कि आप ने डिजिटल रिवॉल्यूशन कैसे लाया है। तब मैं उनको समझाता था कि मैंने इस तकनीक को प्रजातांत्रिक बना दिया है। इसपर किसी का एकाधिकार नहीं रहेगा। ये जनता का होगा, जनता के द्वारा होगा और जनता में उभरती हुई प्रतिभा इसमें मूल्य संवर्धन करेगी। जिससे आम जनता का इसपर भरोसा बनेगा… ” वहीं बिल गेट्स ने कहा, “यह एक तरह से डिजिटल सरकार की तरह है। भारत न केवल टेक्नोलॉजी को अपना रहा है बल्कि यह वास्तव में आगे भी बढ़ रहा है…”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स के साथ बातचीत में कहा, “मैंने फैसला किया है कि मैं भारत में डिजिटल विभाजन नहीं होने दूंगा, डिजिटल बुनियादी ढांचे को गांवों तक लेकर जाएंगे।” PM मोदी ने कहा, “जब मैं दुनिया में डिजिटल विभाजन (डिवाइड) की बात सुनता था तो सोचता था कि मैं अपने देश में ऐसा कुछ नहीं होने दूंगा। डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर अपने आप में एक बड़ी जरूरत है…महिलाएं तुरंत नई तकनीक को अपनाती हैं…मैंने ‘नमो ड्रोन दीदी’ योजना शुरू की है…यह योजना बहुत सफलतापूर्वक चल रही है। मैं इन दिनों उनसे बातचीत करता हूं, वे खुश हैं। वे कहती हैं कि हमें साइकिल चलाना नहीं आता था, अब हम ड्रोन उड़ा रही हैं, हम पायलट बन गई हैं।”
बिल गेट्स के साथ बातचीत करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “स्वास्थ्य, कृषि और शिक्षा, मैंने 2 लाख आयुष्मान आरोग्य मंदिर गांवों में बनाएं। मैं स्वास्थ्य केंद्रों को आधुनिक प्रौद्योगिकी से श्रेष्ठ अस्पतालों के साथ जोड़ देता हूं। पहले शुरूआत में उन्हें लगता था कि डॉक्टर तो है नहीं मुझे देखे बिना कैसे बताता है? लेकिन बाद में उन्हें समझ आया कि तकनीक की मदद से सैकड़ों किलोमीटर दूर बैठा डॉक्टर भी उन्हें सही निदान दे रहा है। लोगों का विश्वास बढ़ रहा है। जितना बड़े अस्पताल में होता है उतना ही छोटे आरोग्य मंदिर में हो रहा है। ये डिजिटल प्लेटफॉर्म का कमाल है… मैं बच्चों तक श्रेष्ठ शिक्षा पहुंचाना चाहता हूं। शिक्षक की जो कमियां हैं मैं उसे तकनीक से भरना चाहता हूं। दूसरा बच्चों की रूचि दृश्यों में और कहानी सुनाने में है। मैं उस तरह की सामग्री बनाने की दिशा में काम कर रहा है… हमारे यहां कृषि क्षेत्र में भी मैं बहुत बड़ी क्रांति ला रहा हूं और मैं लोगों की मानसिकता बदलना चाहता हूं।”
बिल गेट्स को दिए एक प्रकार के इंटरव्यू में PM मोदी ने कहा, “अगर हम AI को एक मैजिक टूल के रूप में यूज करेंगे तो बहुत बड़ा अन्याय होगा, AI का इस्तेमाल अपने आलसीपन को बचाने के लिए करता हूं