अल्ट्रासाउंड कराना है तो अगले महीने आना… सिम्स की अव्यवस्था से निजी क्षेत्र मालामाल
(दिलीप जगवानी) : बिलासपुर – इलाज मे देरी का प्रमुख कारण जांच रिपोर्ट का समय पर नहीं मिलना है. य़ह समस्या सिम्स मेडिकल कालेज मे कोई नई नही है. यहां अब व्यवस्था और बिगाड़ने लगी है.सोनोग्राफी कराने आए मरीजों को एक महीने बाद की तारीख दी गई है.
मेडिकल कालेज सिम्स में अल्ट्रासाउंड कराने के लिए लंबी वेटिंग है। रेडियोलॉजी विभाग में दोपहर 1 बजे तक ही टोकन काटा जाता है। बुधवार को टाेकन कटाने वालाें काे अगले अगले माह 27 मार्च के बाद का नंबर मिल रहा था। दरअसल, दो अल्ट्रासाउंड मशीनाें में से एक खराब हैं। सिम्स मेडिकल कॉलेज के अधिकारी इसे ठीक कराने केवल सीजी एमएससी को पत्र लिखने तक सीमित रह जाते हैं. पीछे मरीजों की वेटिंग लिस्ट बढ़ती जा रही है. रेडियोलोजी विभाग में केवल एक सोनोग्राफी मशीन से कम लिया जा रहा है इसके अलावा सिटी स्कैन एमआरआई से लेकर एक्सरे रिपोर्ट लेने भी परिजनों को काफी इंतजार करना पड़ता है. प्रबंधन कह रहा इमर्जेंसी छोड़कर बाकी को वेटिंग मे रखा जा रहा है. मशीन मे सुधार के बाद मरीजों को इतना ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
अभी हालात य़ह है कि सोनोग्राफी के लिए सामान्य मरीज़ को 25 दिनों बाद आने कहा जा रहा है जबकि सिम्स में रोज 30 से अधिक जांच किया जा रहा है लेकिन इकलौती मशीन फिर रिपोर्ट बनाने मे वक्त लगता है. इसलिए दर्जनों मरीज़ रोजाना निराश लौट जाते है. इससे निजी पैथोलॉजी सेंटर फल फूल रहे है.