छत्तीसगढ़

शहर से लगे ग्राम पंचायतों में बेखौफ हो रहा मिट्टी मुरुम का अवैध उत्खनन

(भूपेंद्र सिंह राठौर) :  तखतपुर ब्लाक के ग्राम परसदा,पेंडारी और भरनी में खुलेआम मुरुम का अवैध उत्खनन किया जा रहा है। माफिया महगे दाम में इसे धड़ल्ले से  बेच भी रहे हैं। ग्राम खजूरी नवापारा में भी मिट्टी की खुदाई कर ठेकेदार मोटी रकम कमा रहे हैं। अवैध उत्खनन की जानकारी होने के बावजूद अफसर ध्यान नहीं दे रहे हैं। इससे माफिया के हौसले बुलंद हैं।

जिले में मिट्टी, मुरुम उत्खनन के नाम पर रोजाना नए-नए मामले सामने आने लगे हैं। सड़क निर्माण कार्य के आड़ में मिट्टी, मुरुम माफिया दिन व रात खनन कर रहे हैं। जिसकी जानकारी खनिज विभाग के अधिकारियों को भी है, लेकिन अवैध मुरुम खनन को अधिकारी संरक्षण दे रहे है। जिला मुख्यालय से लगे पंचायतों में ये माफिया अपना कारोबार बेखौफ होकर कर रहे है।

शहर से लगे ग्राम पंचायत परसदा में तो शाम ढलते ही बकायदा मशीनों के माध्यम से मुरुम का अवैध कारोबार शुरू हो जाता है। कुछ रसुखदार यहां बेखौफ होकर इस गोरखधंधे को अन्जाम दे रहे है। कोसाबाड़ी के पीछे खाली पड़ी जमीन को ये निशाना बनाये हुए है।

यही से रात के अंधेरे में मुरुम का अवैध खनन कर परिवहन किया जाता है। यही नही पास ही लगे ग्राम पंचायत खजूरी नवागांव में भी दिन दहाड़े खेत समतलीकरण करने के नाम पर मिट्टी की खुदाई की जा रही है,जिसे पास के ही ईट भट्ठे में बेचा जा रहा है।इन वाहन मालिकों के हौसले इतने बुलन्द है कि इन्हें किसी भी अधिकारी का खोफ नही है। संबंधित विभाग के अधिकारियों की निष्क्रियता के परिणाम स्वरूप खनन माफिया फायदा उठा रहे हैं।

सीएम भूपेश बघेल को दिखाने के लिए सिर्फ कागजों पर अवैध उत्खनन पर रोक लगी है।जबकि जिले के चारो तरफ उत्खनन और परिवहन जारी है। पुलिस, राजस्व, आरटीओ इस दिशा में कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। खनिज विभाग की मिलीभगत से अवैध कारोबार जमकर फल फूल रहा है।

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