(भूपेंद्र सिंह राठौर) : रेत माफियाओं के हौसले इतने बुलंद है कि वे बड़े बड़े खतरों को भी अनदेखा करने में लगे हुए हैं। हाई वोल्ट करंट वाली बिजली लाइन के नीचे से भी वे रेत की खुदाई करने लगे है। जिसके चलते टावर कभी भी नदी में आ सकता है।
शहर के आसपास के रेत खदानों में अवैध खनन का कारोबार खूब फल फूल रहा है। खास बात यह है कि अवैध उत्खनन के सबसे खतरनाक और लोगों को सीधे प्रभावित करने वाले मामले शहर के 5 से 15 किमी के दायरे में ही सामने आए हैं। जब कोई बड़ी घटना होती है तो प्रशासन की ओर से शुरुआती जांच पड़ताल और सख्ती की जाती है, लेकिन समय गुजरने के साथ मामला दब जाता है तो अवैध उत्खनन और तेजी से शुरू हो जाता है।
ताजा मामला है ग्राम पंचायत लोखंडी का यहां इस कदर अवैध उत्खनन रेत माफिया द्वारा किया जा रहा है कि हाईटेंशन का टावर भी इसकी चपेट में आने लगा है चंद रुपयों के लालच में इन रेत माफियाओं द्वारा हाईटेंशन टावर के पास ही नदी की खाली जमीन में खुदाई की जा रही है बाकायदा लोखंडी घाट में दो-दो मशीन लगाकर अवैध उत्खनन का कार्य किया जा रहा है।
लेकिन इन्हें रोकने वाला खनिज विभाग का अमला मौन बैठा है नदी के किनारों में लगे यह टावर कभी भी नदी पर आ सकते हैं दरअसल टावर के पास इन माफियाओं द्वारा रेत का अवैध उत्खनन कर परिवहन किया जा रहा है यदि नदी में पानी का बहाव तेज आया तो यह टावर नदी में ही धराशाई हो सकता हैं लेकिन इस ओर जिम्मेदारियों का ध्यान नहीं जा रहा है।