गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाहीछत्तीसगढ़

अवैध तरीके से मिट्टी मुरुम का उत्खनन का सिलसिला बदस्तूर जारी..

(उज्ज्वल तिवारी) : पेंड्रा। जिले में मुरुम का अवैध खदान धसकने से 4 मजदूर घायल हो गए तो एक मजदूर की मौत होने के बाद भी अवैध तरीके से मिट्टी मुरुम का उत्खनन का सिलसिला जारी है तो प्रशासन सिर्फ खानापूर्ति करते नजर आ रहा है तो खनन माफिया अपने काम को अंजाम देने से नही चूक रहे है। और लगातार अवैध तरीके से मुरुम का उत्खनन जारी है।।

जिले में मिट्टी मुरुम का अवैध उत्खनन थमने का नाम ही नही ले रहा है पिछले दिनों गौरेला के दर्री गाव में मुरुम खदान धसकने से एक मजदूर की मौत होने के बाद भी प्रशासन का सुस्त रवैये से मिट्टी मुरुम का अवैध उत्खनन करने वाले खनन माफियाओं के हौसले बुलंद है और वे बेखौफ मिट्टी मुरुम की अवैध खुदाई कर मुरुम को कॉलोनाइजर के प्लाट में डालकर बराबर करने का सिलसिला लगातार जारी रखे हुए है ।

तो दूसरी ओर जिले का निष्क्रिय हो चुका खनिज विभाग सिर्फ खाना पूर्ति करते हुए रेत के अवैध परिवहन पर जरूर छोटी मोटी कार्यवाही कर रहा है। और उसका गुणगान करता नजर आ रहा।।वही मिट्टी मुरुम के अवैध उत्खनन से बंधी बचरवार मुक्तिधाम और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रो में विशालकाय गड्ढे बन गए है जिससे आने वाले बरसात में बारिश का पानी भर जाने और कोई अप्रिय घटना घटित हो जाने का खतरा मंडरा रहा है।

तो बेखौफ खनन माफिया को स्थानीय खनिज विभाग के द्वारा नोटिस देने की बात कहते हुए खानापूर्ति की कार्यवाही को गिनाया जा रहा है जबकि जो अवैध मिट्टी मुरुम की खुदाई करवा रहा है उन्हें प्रशासन की कार्यवाही का कोई भी डर नही है जिसके चलते नोटिस के बाद भी ये खनन माफिया लगातार अवैध उत्खनन के धंधे में लिप्त है।।।वही मामले में जिला खनिज अधिकारी सबीना खान का कहना है अवैध उत्खनन कर कॉलोनाइजर के द्वारा अपने प्लॉट में मुरुम पटाने की शिकायत मिली थी जिसके बाद खनिज विभाग की टीम भी उस जगह का निरीक्षण कर बड़े बड़े गड्ढे जिस जगह हो गए है।

वहा गए थे साथ ही कॉलोनाइजर को भी नोटिस जारी कर उनसे 7 दिन के अंदर मिट्टी मुरुम कहा से उत्खनन कर लाया गया है जवाब मांगा गया है।।जवाब संतोष जनक नही होने पर विधिवत कार्यवाही किये जाने की बात कही है साथ ही नोटिस के बाद भी उसके द्वारा मिट्टी मुरुम का अवैध उत्खनन कर प्लांट में पाटने के मामले में जांच टीम मौके पर भेजकर जानकारी लिए जाने की बात कही है।

तो मिट्टी मुरुम की पटाई करवाने वाले कॉलोनाइजर के द्वारा जितने मात्रा में मिट्टी मुरुम पाटा गया है उसका भी मेजर मेन्ट कर विधिवत जुर्माना भी लगाया जाएगा।।।बहरहाल जिले में अवैध उत्खनन और उत्खनन के बाद बने बड़े बड़े विशालकाय गड्ढे और उसमें आने वाले दिनों में बारिश का पानी भरने से अगर कोई जनहानि होती है तो उसका जवाबदार कौन होंगा। या फिर स्थानीय प्रशासन का डर इन खनन माफियाओं को नही है।

Related Articles

Leave a Reply

Back to top button