अनंत चतुर्दशी पर धूमधाम से हुआ शहर की गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन
(शशि कोन्हेर) : बिलासपुर। गणेश चतुर्थी से अनंत चतुर्दशी तक बिलासपुर शहर के लोगों को गणेश उत्सव की खुशियां देकर भगवान श्री गणेश फिर से अगले साल आने का वादा कर 1 साल के लिए विदा हो गए। बिलासपुर में शायद ही ऐसा कोई मोहल्ला अथवा घर परिवार हो जहां भगवान गणेश की 10 दिनों तक लगातार पूजा पाठ और आराधना ना होती हो। शहर के लगभग मोहल्लों में कई तरह के सजे धजे पंडालों में भगवान श्री गणेश की एक से एक मूर्तियों का विधि पूर्वक पूजा-पाठ हुआ और आज अनंत चतुर्दशी पर धूमधाम के साथ प्रतिमाओं को विसर्जित किया गया। विसर्जन के लिए जिला प्रशासन और नगर निगम के द्वारा अरपा नदी के दोनों किनारों पर विशेष व्यवस्थाएं की गई थी।
खासतौर पर बिलासपुर शहर के पारंपरिक प्रतिमा विसर्जन स्थल पथरीघाट और तोरवा के छठ घाट पर प्रशासन ने चाक-चौबंद व्यवस्था कर रखी थी। प्रतिमा विसर्जन के लिए आने वाले लोगों को किसी भी प्रकार की दिक्कत ना हो और प्रतिमाओं का विसर्जन बिना किसी तकलीफ के पूरी तरह सुरक्षित हो सके इसके लिए हर तरह के इंतजाम किए गए थे। शहर के पंडालों में विराजित भगवान श्री गणेश की प्रतिमाओं के विसर्जन का सिलसिला का आज सुबह से आधी रात और फिर तड़के सुबह तक चलता रहा।
डीजे की धुन पर खुशी से नाचते गाते गणेश विसर्जन के लिए जाते दल के दल एक के बाद एक पथरीघाट और तोरवा के छठ घाट पहुचते रहे। गाजे बाजे और झांकियों तथा डीजे के साथ निकली भगवान गणेश के विसर्जन जुलूस का आकर्षण और शोभा देखने के लिए सड़कों के दोनों ओर लोग पूरी रात मौजूद रहे। वेयर हाउस रोड में स्थित सीसीएन कार्यालय में भी गणेश चतुर्थी से लेकर आज अनंत चतुर्दशी तक भगवान श्री गणेश की विधि विधान से पूजा होती रही। आज देर शाम को प्रतिमा का विसर्जन हुआ जिसमें सीसीएन लोक स्वर परिवार के लोग बड़ी संख्या में मौजूद रहे।