निर्वाचन में सेक्टर अधिकारी की अहम भूमिका – कलेक्टर….सेक्टर अधिकारियों को दिया गया निर्वाचन कार्य का प्रशिक्षण
बिलासपुर – आगामी विधानसभा निर्वाचन के मद्देनजर आज जल संसाधन विभाग के प्रार्थना सभा भवन में सेक्टर अधिकारियों के लिए दूसरे चरण का एक दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित किया गया। प्रशिक्षण में कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री संजीव कुमार झा ने कहा कि प्रत्येक चुनाव में सेक्टर अधिकारी की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इसलिए सेक्टर अधिकारी अपने क्षेत्र के हर गतिविधि में शामिल हो। सेक्टर अधिकारी मतदान तथा मतगणना के सभी कार्याें में समन्वय करते है। निर्वाचन को निर्विघ्न संपन्न कराने के लिए सेक्टर अधिकारी चुनाव की हर प्रक्रिया की पूरी जानकारी रखें। प्रशिक्षण में दी जा रही सभी जानकारियों को आत्मसात कर लें जिससे चुनाव के समय किसी प्रकार की दिक्कत न हो।
कलेक्टर ने सेक्टर अधिकारियों से कहा कि निर्वाचन संबंधी सभी प्रपत्रों का अध्ययन करने के साथ ही प्रशिक्षण में प्राप्त जानकारी के अनुरूप अपने दायित्वों का गंभीरतापूर्वक निर्वहन करें। मतदान केंद्रों का भौतिक सत्यापन करते हुए मूलभूत सुविधाएं जैसे रैम्प, जल, बिजली, शौचालय आदि की जानकारी एकत्रित करें।
जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर श्री शैलेश कुमार पाण्डेय द्वारा सेक्टर ऑफिसर को उनके दायित्वों एवं कर्तव्यों का बारीकी से विस्तारपूर्वक प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के दौरान आदर्श आचरण संहिता का पालन, समस्याग्रस्त क्षेत्रों की पहचान, असुरक्षित मतदाता समूहों की पहचान करने तथा विभिन्न प्रपत्रों में रिटर्निंग ऑफिसर को रिपोर्ट करने के संबंध में जानकारी दी गई। मतदान पूर्व दिवस की तैयारी में मतदान दलों को सामग्री सहित मतदान केंद्रों में सुरक्षित पहंुचाना, किसी भी प्रकार की शंका होने पर समाधान करना तथा कंट्रोल रूम को रिपोर्ट करने का दायित्व सेक्टर अधिकारी का है। प्रशिक्षण में बताया गया कि सेक्टर ऑफिसर अपने पास रिजर्व मतदान सामग्री एवं मतदान कार्मिक भी रखेंगे जिससे की आवश्यकता वाले केंद्रों में पूर्ति की जा सके। मतदान की पूर्व रात्रि पर सेक्टर अधिकारी अपने सेक्टर मुख्यालय में रात्रि विश्राम करेंगे तथा मतदान दिवस किसी एक मतदान केंद्र में उपस्थित होकर मोक पोल की कार्यवाही संपन्न करेंगे। यदि किसी मतदान केंद्र में मशीन खराब हो जाती है तो दूसरी ईवीएम मशीन प्रतिस्थापित करेंगे।
सेक्टर अधिकारी कंट्रोल रूम को हर दो-दो घंटे में वोटिंग परसेंटेज की जानकारी देंगे। मतदान समाप्त होने के उपरांत मशीनों की सीलिंग करायेंगे एवं आवश्यक प्रपत्रों को भरवायेंगे तथा उनके अंतर्गत आने वाले सभी मतदान केंद्रों के मतदान अधिकारियों को सामग्री जमा सेंटर में सुरक्षित पहंुचायेंगे। सेक्टर अधिकारियों से कहा गया कि वे सभी घटकों यथा मतदान अधिकारी नजदीकी पुलिस थाना, कंट्रोल रूम, रिटर्निंग ऑफिसर, बीएलओ इत्यादि का मोबाईल नंबर नोट करके रख लें। सेक्टर ऑफिसर के वाहन में जीपीएस सिस्टम से उनके वाहन की निगरानी रखी जायेगी। वे इस बात की मॉनिटरिंग के लिए भी उत्तरदायी होंगे कि बीएलओ 80 से अधिक आयु के तथा दिव्यांग मतदाताआंे को फार्म 12 घ बांट रहे है तथा वापस जमा कर रहे है। मतदान के एक सप्ताह पूर्व सभी सेक्टर अधिकारियों को सेक्टर मजिस्ट्रेट की शक्तियां प्रदाय की जाएगी ताकि उनके प्रभार के सेक्टर में उचित कानून व्यवस्था बनी रह सके।
प्रशिक्षण में नगर निगम कमिश्नर श्री कुणाल दुदावत, उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री महेश शर्मा, निर्वाचक पर्यवेक्षक श्री ऋषिकेश राय सहित 138 सेक्टर अधिकारी उपस्थित थे।