बिहार में एक महीने में दूसरा पुल धंसा पहली बारिश में खुली पोल……..
(शशि कोन्हेर) : बिहार में एक और बड़ा पुल भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ता हुआ दिख रहा है। किशनगंज जिले में मेची नदी पर बन रहा पुल धंसने लगा है इस पुल का निर्माण गौरीचक में हो रहा है जिसका एक पाया धंस गया है। इसका निर्माण नेशनल हाईवे 327 ई पर हो रहा है। जीआर इंफ्रा कंपनी नामक संवेदक द्वारा इसका निर्माण कराया जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक एनएचएआई की देखरेख में पुल बन रहा है। जानकारी के मुताबिक निर्माणाधीन पुल की लागत 15 सौ करोड़ है। दरअसल नेशनल हाईवे 327 E के चौड़ीकरण का काम हो रहा है जिसके लिए इसका निर्माण कराया जा रहा है। यह पुल बिहार के अररिया जिले को बंगाल के सिलीगुड़ी से जोड़ता है।
किशनगंज में पुल के धंस जाने से कई तरह की चर्चा शुरू हो गई है। इससे पहले बीते 4 जून को बिहार के सुल्तानगंज में गंगा नदी के अगुवानी घाट पर बन रहा पुल पूरी तरह ध्वस्त हो गया। उसका निर्माण 1700 करोड़ की लागत से कराया जा रहा था।
पुल का निर्माण एसपी सिंगला कंपनी कर रही थी। आईआईटी रुड़की की जांच रिपोर्ट के बाद उसे पूरा तोड़कर फिर से बनाने की घोषणा सरकार ने की है। पुल को फिर से बनाने का पूरा खर्च निर्माण कंपनी को करना पड़ेगा।
एक माह में बड़े पुल के धंसने की दूसरी घटना से सरकारी महकमे में हड़कंप मच गया है। किशनगंज के बहादुरगंज से ठाकुरगंज के बीच नैशनल हाईवे-327 E पर चौड़ीकरण प्रोजेक्ट के तहत गौरीचक गांव के पास इस पुल को बनाया जा रहा है।
जिले से बहने वाली मेची नदी पर छह स्पेन वाले पुल का निर्माण कार्य चल रहा है। इसका एक स्पेन नदी में नीचे की ओर धंस गया है। पुल का निर्माण करा रही जीआर इंफ्रा कंपनी के साथ एनएचएआई के अधिकारियों के बीच भी हड़कंप मच गया है। अधिकारी मौके पर पहुंच कर पुल के धंसने के कारणों की जांच में जुट गए हैं।
जानकारी के मुताबिक चालू नहीं हुआ है। इसलिए इस पर आवागमन नहीं हो रहा है। पुल का निर्माण कार्य हो चुका है लेकिन एप्रोच पथ नहीं बन पाने के कारण इसे नहीं खोला गया है। जानकारी के मुताबिक अररिया से गलगलिया के बीच 94 किलोमीटर एनएच 327 फोरलेन सड़क का निर्माण कराया जा रहा है।
निर्माण एजेंसी जीआर इंफ्रा कंपनी रोड बना रही है उसी के द्वारा पुल भी बनाया जा रहा है। शुरू होने से पहले पुल के क्षतिग्रस्त हो जाने से उसकी गुणवत्ता पर सवाल उठाए जा रहे हैं। प्रस्तावित सड़क पर अभी और कई पुल बनाए जाने हैं।
बिहार में पूर्णिया किशनगंज के रास्ते मानसून दाखिल हुआ जिससे वहां बारिश हुई। लेकिन अभी तक मेची नदी में बाढ़ नहीं आई है। केवल बारिश के पानी से फुल क्षतिग्रस्त हो गया।
एनएचआई के परियोजना निदेशक अरविंद कुमार ने बताया है कि इस घटना की जांच कराई जा रही है। उन्होंने दावा किया है कि निर्माण की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अभी तक पुल पर यातायात शुरू नहीं हुआ था।