बिहार में आज महागठबंधन की नई सरकार, मुख्यमंत्री बनेंगे नीतीश; मंत्रिमंडल गठन का फार्मूला भी फाइनल
(शशि कोन्हेर) : बिहार में तीन दिनों से जारी राजनीतिक हाई वोल्टेज ड्रामा का बुधवार को महागठबंधन की नई सरकार के गठन के साथ द-एंड हो जाएगा। नीतीश कुमार ने नई सरकार के गठन के लिए राज्यपाल फागू चौहान को महागठबंधन के 164 विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा है।
बुधवार को दोपहर दो बजे नीतीश कुमार महागठबंधन सरकार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। नई सरकार में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव बनेंगे। इसके पहले सरकार में मंत्रिमंडल गठन का फार्मूला तय हो चुका है।
सीएम नीतीश ने मंगलवार को दिया था इस्तीफा
साल 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में विजयी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की सरकार में मुख्यमंत्री के रूप में नीतीश कुमार ने 25 नवंबर 2020 को शपथ ली थी। इसके बाद भारतीय जनता पार्टी से उनके रिश्ते अच्छे नहीं रहे।
बकौल नीतीश कुमार, बीते दिन मंगलवार को जनता दल यूनाइटेड के सांसदों-विधायकाें ने भारतीय जनता पार्टी से एनडीए गठबंधन तोड़ने का फैसला किया। इसके बाद उन्हाेंने राज्यपाल से मिलकर इस्तीफा दे दिया।
आज दो बजे बनेंगे महागठबंधन के मुख्यमंत्री
इस्तीफा के बाद नीतीश कुमार दोबारा राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता तेजस्वी यादव सहित कई नेताओं के साथ राज्यपाल से मिलने गए। उन्होंने राज्यपाल को महागठबंधन के 164 विधायकों का समर्थन पत्र सौंपते हुए महागठबंधन की नई सरकार का गठन करने का दावा पेश किया।
इसके बाद राज्यपाल ने उन्हें बुधवार को सरकार गठन का समय दिया। इसके तहत बुधवार को अपराह्न दो बजे नीतीश कुमार मुख्यमंत्री पद की तो तेजस्वी यादव उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
आठवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे नीतीश
नीतीश कुमार का यह मुख्यमंत्री के रूप में आठवी बार शपथ ग्रहण होगा। नीतीश कुमार केवल पांच चुनाव जीतकर आठवीं बार मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं। नीतीश कुमार साल 2010 के विधानसभा चुनाव से अब तक हर बार कार्यकाल के बीच ही इस्तीफा देकर दोबारा मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते रहे हैं। ऐसा तीसरी बार हो रहा है।
महागठबंधन सरकार का स्वरूप भी फाइनल
महागठबंधन की नई सरकार का स्वरूप क्या होगा, इसकी आधिकारिक घोषणा तो नहीं की गई है, लेकिन इसे लेकर चर्चा तेज है। सूत्र बताते हैं कि जेडीयू को एक दर्जन विभागों का जिम्मा मिल सकता है तो आरजेडी व कांग्रेस को 20 विभाग दिए जा सकते हैं। इसमें आरजेडी के 17 मंत्री रह सकते हैं। सरकार में जीतनराम मांझी की पार्टी के एक मंत्री को भी शामिल किया जाएगा। विधानसभा अध्यक्ष का पद जेडीयू के खाते में जा सकता है।
किसे कौन से विभाग मिल सकते हैं, आइए जानें
विभागों की बात करें तो सामान्य प्रशासन व गृह विभाग को लेकर अभी तक सहमति नहीं बनी है। आरजेडी गृह विभाग अपने पास चाहता है। जबकि, नीतीश कुमार मुख्यमंत्री रहते हुए इसे हमेशा अपने पास रखते आए हैं। माना जा रहा है कि पथ निर्माण विभाग सहित कई बड़े विभाग आरजेडी को मिल सकते हैं।
आरजेडी व कांग्रेस को मिल सकते हैं ये विभाग…
पथ निर्माण
स्वास्थ्य
भवन निर्माण
पशु एवं मत्स्य संसाधन
वित्त
कृषि
लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण
श्रम संसाधन
सूचना प्रौद्योगिकी
उद्योग
नगर विकास
पंचायती राज
पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन
पर्यटन
कला संस्कृति
खान एवं भूतत्व
आपदा प्रबंधन
पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण
राजस्व एनं भूमि सुधार 20 गन्ना उद्योग
जेडीयू को मिल सकती है इन विभागों की जिम्मेदारी
शिक्षा
ऊर्जा
योजना एवं विकास
परिवहन
ग्रामीण विकास
समाज कल्याण
सूचना एवं जनसंपर्क
खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी