बिलासपुर में ही जोन के जीएम और मंडल के डीआरएम… लेकिन, एक्सीडेंट के 8 घंटे बाद भी न तो मृतकों की संख्या बताई जा रही और ना उनके व घायलों के नाम
(शशि कोन्हेर) : बिलासपुर। शहडोल के पास सिंहपुर में आज तड़के सुबह 6.30 दो माल गाड़ियों में हुई टक्कर के 8 घंटे बाद भी रेलवे यह बताने को तैयार नहीं है कि इस भीषण दुर्घटना में कितने लोगों की मृत्यु हुई है। और मृतकों के नाम क्या-क्या है। जैसी खबरें आ रही हैं उसके मुताबिक बिलासपुर आ रही एक मालगाड़ी शहडोल के पास सिंहपुर मैं पहले से खड़ी दूसरी मालगाड़ी को टक्कर मारते हुए उसके ऊपर जा चढ़ी। यह टक्कर इतनी भयंकर थी कि मालगाड़ी में आग लग गई। और एक लोको पायलट के इस आग में झुलस मौत हो गई। जबकि इस हादसे में घायल एक सहायक लोको पायलट की मौत अस्पताल में हो गई है।
यह बहुत शर्मनाक है कि बिलासपुर में रेलवे जोन मुख्यालय होने के कारण रेलवे जोन के जीएम यहीं बैठते हैं। इसी तरह डीआरएम बिलासपुर में ही बैठते हैं। इसके बावजूद दुर्घटना के 8 घंटे बीत जाने बाद भी रेलवे के द्वारा अभी तक इस दुर्घटना के बारे में विस्तृत स्पष्ट सत्य और पुष्ट जानकारी नहीं दी जा रही है। जो भी जानकारियां इस दुर्घटना के बारे में आ रही हैं वे गैर सरकारी सूत्रों से ही मिल रही हैं। इन्हीं जानकारियों के मुताबिक शहडोल के इस एक्सीडेंट में लोको पायलट राजेंद्र प्रसाद और सहायक लोको पायलट ऋतुराज सिंह की मौत हो गई है। इसमें से राजेंद्र प्रसाद की मौत मौके पर ही मालगाड़ी में लगी आग से झुलसने के कारण हो गई। जबकि ऋतुराज सिंह की मौत अस्पताल में इलाज के दौरान हुई। अभी अस्पताल में कुल कितने लोगों का इलाज चल रहा है। उनमें से कितने लोगों की हालत गंभीर है।
इस दुर्घटना में कुल कितने लोगों की मौत हुई। और मृतकों का नाम क्या-क्या है..? इन सभी सवालों को लेकर रेलवे के अधिकृत सूत्रों ने अपने मुंह पर ताले लगा लिए हैं। जबकि एक्सीडेंट के निकट स्थित बैकुंठपुर चिरमिरी और शहडोल के सोशल मीडिया में तीन लोगों की मौत की खबर तीन-चार घंटे पहले से ही वायरल हो रही है। लेकिन रेलवे के अधिकारी और उनका पीआर डिपार्टमेंट अभी तक इस बाबत कुछ भी अधिकृत रूप से नहीं बता रहा है जिससे तरह तरह की अफवाह उड़ रही हैं।