उड़ीसा के जिला परिषद चुनाव में, बीजू जनता दल ने, ऐसे किया भाजपा और कांग्रेस का सूपड़ा साफ..!
(शशि कोन्हेर) : उड़ीसा में हुए जिला परिषद के चुनाव में मुख्यमंत्री श्री नवीन पटनायक की अगुवाई में सत्तासीन बीजू जनता दल ने कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी दोनों का ही एक तरह से सूपड़ा साफ कर दिया है। जिला परिषद के चुनाव में बीजू जनता दल की ऐसी बम्फाड़ जीत ने वहां राजनीतिक विश्लेषकों को भी हैरत में डाल दिया है। यहां यह बताना लाजमी है कि कल मंगलवार को घोषित हुए जिला परिषद के चुनाव परिणामों में बीजू जनता दल को 766 सीटों पर विजय प्राप्त हुई है। जबकि भारतीय जनता पार्टी को 42 और कांग्रेस को मात्र 37 सीटों पर विजय मिल पाई है। बीजू जनता दल को मिली यह जीत 5 साल पहले 2017 में हुए जिला परिषद चुनाव की तुलना में काफी बड़ी है। 2017 के जिला परिषद चुनाव में बीजेडी को 476 और बीजेपी को 297 सीटों पर जीत मिली थी। वही इस बार हुए चुनाव के कल मंगलवार को घोषित चुनाव परिणामों में बीजू जनता दल (बीजेडी) को रिकॉर्ड 766 सीटों पर विजय प्राप्त हुई है। जबकि भाजपा और कांग्रेस दोनों मिलाकर भी 100 सीटें भी नहीं जीत पाई हैं। भाजपा को 42 और कांग्रेस को 37 सीटों पर विजय प्राप्त हुई थी। यहां काबिले गौर है कि 2017 के चुनाव में बीजेपी को 297 सीटों पर जीत मिली थी,और इस बार मात्र 42 सीटों पर जीत मिल पाई है।
चुनाव विश्लेषकों के अनुसार बीजू जनता दल को यह जबरदस्त जीत केवल 2 योजनाओं के जोरदार इंप्लीमेंटेशन से मिली है। इसमें से एक योजना है बीजू स्वास्थ्य कल्याण योजना। इस योजना में 3: 50 करोड़ लोगों को शामिल किया गया है। इसके अलावा राज्य सरकार ने प्रत्येक परिवार के लिए मकान की मरम्मत हेतु ₹3000 से ₹5000 तक कि नगद रकम की मदद देने की सरकार की योजना लोगों में जबरदस्त लोकप्रिय हुई है। इन दोनों ही योजनाओं के कारण उड़ीसा के ग्रामीण क्षेत्रों में जिला परिषद के चुनाव में बीजू जनता दल को बम्फाड़ जीत मिली है। चुनाव की जीत के जरिए बिना आशिकी शोर-शराबे और हंगामे के चुपचाप काम करने वाले मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने पूरे देश को यह बता दिया है कि अगर गरीबों के लिए बनी योजनाओं का पूरी इमानदारी और शिद्दत से क्रियान्वयन होगा तो लोग भी उस पार्टी और सरकार को हाथों-हाथ ले लेते हैं।