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पेशावर के सैनिक स्कूल में‌, 132 बच्चों समेत 140 लोगों की जान लेने वाले आतंकियों को, आखिर क्यों माफ कर रहे इमरान खान..? पाकिस्तान की जनता पूछ रही सवाल..!!

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(शशि कोन्हेर) : इस्‍लामाबाद : पाकिस्‍तान के पेशावर शहर में सैनिक स्‍कूल पर सात साल पहले हुए आतंकी हमले ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया था, जब आतंकियों ने स्‍कूल में पढ़ने वाले मासूम व निर्दोष बच्‍चों को निशाना बनाय था। 16 दिसंबर, 2014 को वे सुबह करीब 10 बजे स्‍कूल की चारदीवारी फांदकर भीतर दाखिल हुए थे और फिर क्‍लासरूम के भीतर जा-जाकर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाने लगे, जिसमें 132 बच्चों समेत 140 से ज्‍यादा लोगों की जान चली गई थी।
इस घटना ने कई परिवारों की खुशियां हमेशा के लिए छीन ली और जीवनभर का गम दे गया। स्‍कूल में 1000 से अधिक स्‍टूडेंट्स पढ़ते थे, जिनमें से ज्‍यादातर सैन्‍यकर्मियों के बच्‍चे थे, जबकि कुछ सामान्‍य परिवारों के बच्‍चे भी थी। पाकिस्‍तान में सक्रिय प्रतिबंधित आतंकी समूह तहरीक-ए तालिबान पाक‍िस्‍तान (TTP) ने इस हमले की जिम्‍मेदारी ली थी और अब पाकिस्‍तान की इमरान सरकार उस जघन्‍य आतंकी वारदात को अंजाम देने वाले आतंकी समूह को माफी देने पर विचार कर रही है।

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इसकी पुष्टि खुद पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक इंटरव्‍यू में की, जब उन्‍होंने कहा कि TTP से जुड़े लोग अगर हथियार डाल लेते हैं तो उन्‍हें माफ किया जा सकता है और वे आम लोगों की तरह जीवन जी सकेंगे। उन्‍होंने यह भी कहा कि टीटीपी के कुछ समूहों के साथ सरकार की बातचीत में अफगानिस्‍तान में सत्तारूढ़ तालिबान से मदद मिल रही है। लेकिन इमरान खान के इस बयान ने पाकिस्‍तान में विपक्ष और आम लोगों को आक्रोशित कर दिया है।

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वे सवाल कर रहे हैं कि आखिर निर्दोष बच्चों के हत्‍यारों को सरकार कैसे माफ कर सकती है। पाकिस्‍तान पीपुल्‍स पार्टी ने भी इस मसले को जोरशोर से उठाया है और इसे लेकर इमरान खान की अगुवाई वाली सरकार के खिलाफ सीधा हमला बोला है। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की नेता शेरी रहमान ने कहा कि सरकार तालिबान को माफी देने की बात कह रही है। आखिर कैसे उस समूह को माफी दी जा सकती है जो इस देश में मासूमों तथा देश की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो समेत हजारों लोगों की हत्या के लिए जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि शहीद परिवारों से साथी उन सैनिक परिवारों के घाव पर नमक छिड़कने जैसा है जिन्होंने अपनों को और अपने बच्चों को खोया है।

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