(शशि कोन्हेर) : बिलासपुर। रतनपुर थाने में अपनी दुष्कर्म पीड़ित बेटी के साथ हुए दुष्कर्म की शिकायत करने वाली मां को ही POCSO के तहत गिरफ्तार कार जेल भेजने का मामला अब गर्माता जा रहा है। पीड़ित की मां ने अपनी बेटी के साथ दुष्कर्म का आरोपी जिस व्यक्ति को बताया था वह आरोपी अभी जेल में है।
लोगों का कहना है कि उसे ही जेल से छुड़ाने तथा मामले में खात्मा या समझौता कराने के लिए दुष्कर्म पीड़िता की मां पर साजिशन दबाव डाला गया। लेकिन जैसी कि पूरे रतनपुर में चर्चा है उसके द्वारा साफ इनकार करने पर पुलिस तथा एक पार्षद के साथ लंबी सांठगांठ कर रिपोर्ट कर्ता पीड़िता की मां को इस इंकार की सजा देने की तैयारी की गई।
नतीजा यह हुआ कि जेल में बंद आरोपी युवक की बुआ ने दुष्कर्म पीड़िता की मां के खिलाफ भी नाबालिक बच्चे से अप्राकृतिक कृत्य का आरोप लगाते हुए रतनपुर थाने में कल शुक्रवार को रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस रिपोर्ट पर थाना प्रभारी कृष्णकांत सिंह में जिस तेजी से कार्यवाही की वह वास्तव में उन्हें पद्म विभूषण पद्मश्री दिलाने का पात्र बनाता है। उन्होंने एक ही दिन में दुष्कर्म पीड़िता की मां के खिलाफ दर्ज मामले में पूरी जांच कर ली।
बयानात ले लिए और उसकी मां को गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया गया। इस मामले की जानकारी होते ही रतनपुर पुलिस के खिलाफ लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है। आज पीड़िता युवती और हिंदू समाज के लोगों ने विरोध दर्ज किया। पीड़िता युवती ने पुलिस अधीक्षक के नाम ज्ञापन देकर पूरे मामले में रतनपुर पुलिस की नाटक बाजी और संदिग्ध बर्ताव की जानकारी देते हुए अपनी मां के साथ हुए अन्याय की जांच कर न्याय दिलाने की मांग की है।
पुलिस अधिकारियों से अपेक्षा की जाती है कि वह इस मामले में ताबड़तोड़ जांच कर दूध का दूध और पानी का पानी करें। और अगर इस मामले में रतनपुर प्रभारी की भूमिका दोषपूर्ण नजर आती है तो उसके खिलाफ कार्रवाई करें इसके विपरीत यदि रतनपुर थाना प्रभारी ने देशभक्ति, निष्पक्षता और सत्यनिष्ठा के तहत ताबड़तोड़ कार्रवाई की है तो उसका नाम पद्मश्री अथवा पद्म विभूषण के लिए सरकार को भेजने की प्रक्रिया शुरू कर देनी चाहिए।