पंचायत शासकीय राशि गबन के मामले में जांच अधिकारी पर ग्रामीणों ने लगाया लीपापोती का आरोप
(मुन्ना पाण्डेय) : लखनपुर (सरगुजा) – जंप क्षेत्र के ग्राम पंचायत लहपटरा में विभिन्न योजनाओं से प्राप्त राशि का सरपंच सचीव द्वारा गबन एवं बंदरबांट किये जाने की शिकायत पंचायत वासियों ने सरगुजा कलेक्टर के सम्मुख किया था।
जिसके परिप्रेक्ष्य में जिला कलेक्टर द्वारा जनपद पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी वेद प्रकाश पांडेय को जांच कराने निर्देशित किया गया था।
उक्त पंचायत राशि गबन के शिकायत को लेकर जंप मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा जांच कमेटी गठित कर 24 मार्च दिन शुक्रवार को ग्राम पंचायत लहपटरा पंचायत भवन में जांच कराई गई।
गठित टीम के पदाधिकारी पंचायत निरिक्षक अनिल वर्मा करारोपण अधिकारी नंदाराम मनोहर पैकरा ने पंचायत को प्राप्त विभिन्न मदो से वर्षवार प्राप्त राशि और सरपंच सचीव द्वारा कराये गये कार्यों का मिलान करते शिकायत कर्ता ग्रामीणों से पूछताछ एवं प्रमाणित दस्तावेज के बुनियाद पर जांच किया गया। तथा पंचायत वासियों को सन्तुष्ट करने का प्रयास गठित टीम के अधिकारी कर्मचारीयों द्वारा किया गया। परन्तु पंचायत वासियों ने जांच को वाहियात ग़लत ठहराते हुए जांच टीम पर लीपापोती करने का आरोप लगाया और जांच को ग़लत करार देते हुए मानने से इंकार कर दिया। साथ ही जिला द्वारा गठित टीम से निष्पक्ष जांच कराने की मांग करते हुए जांच बैठक का बहिष्कार कर दिया । जिससे जांच प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी।
दरअसल इस मामले में ग्राम पंचायत लहपटरा वासियों ने 2017-18 से लेकर वर्ष 2022-23 तक प्राप्त 14 वा 15 वित एवं मूलभूत सहित अन्य दूसरे मदो के प्राप्त शासकीय राशि से किसी भी तरह के विकास कार्य नहीं कराने तथा सरपंच सचिव द्वारा मनमाने तरीके से पंचायत शासकीय राशि के गबन और बंदरबांट किये जाने एवं पंचायत वासियों को शासन द्वारा प्रदत्त सुविधाओं का लाभ नहीं मिलने की आरोप थी। ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंप सुक्ष्म जांच कराने मांग किया था। जनपद पंचायत कार्यालय से गठित
जांच टीम ने पंचायत वासियों के समक्ष कराये गये कार्यों का दस्तावेज पेश किया। परन्तु ग्रामीणो ने जांच को गलत ठहराते हुए मानने से इंकार कर दिया। जांच के दौरान रामकृपाल, बागेश्वर राम, बृजेश अन्य पंचायतवासी काफी संख्या में उपस्थित रहे।
इस संबंध में जंप मुख्य कार्यपालन अधिकारी वेद प्रकाश पांडेय एवं पंचायत निरिक्षक अनिल वर्मा ने बताया कि जांच प्रक्रिया मुकम्मल नहीं हो सकी है।