अग्निपथ योजना के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों में, ट्रेनों पर हमलों के बीच बोले रेल मंत्री, रेलवे की संपत्ति की रक्षा के लिए कड़े होंगे कानून…..
नई दिल्ली – रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को कहा कि सरकार रेलवे की संपत्ति की रक्षा के लिए कड़े कानून लाएगी। अग्निपथ योजना के खिलाफ प्रदर्शनों के दौरान देश के कुछ हिस्सों में ट्रेन सेवाओं को बाधित करने और संपत्ति को नुकसान पहुंचाए जाने के बीच उन्होंने कहा कि रेलवे अधिनियम को और मजबूत किया जाएगा। एक निजी टीवी चैनल के कार्यक्रम में वैष्णव ने प्रदर्शनकारियों से कानून हाथ में नहीं लेने की भी अपील की।
उन्होंने कहा, सरकार आपकी सभी चिंताओं को सुनेगी और उनका समाधान किया जाएगा। सशस्त्र बलों में अल्पकालिक आधार पर भर्ती के लिए केंद्र की ओर से पेश की गई अग्निपथ योजना के खिलाफ बिहार और अन्य राज्यों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। प्रदर्शनों के दौरान शुक्रवार को 340 से अधिक ट्रेनें प्रभावित हुई और सात से अधिक ट्रेनों में आग लगा दी गई।
वैष्णव ने कहा, हमें यह समझना होगा कि रेलवे आपकी अपनी संपत्ति है। यह उस वर्ग को सेवा प्रदान करती है, जो हवाई यात्रा का खर्च नहीं उठा सकते और जहां उड़ान सेवाएं उपलब्ध नहीं हैं। मुझे लगता है कि रेलवे अधिनियम को और मजबूत बनाने की जरूरत है तथा हम इस पर काम करेंगे, ताकि रेलवे संपत्ति की और अच्छी तरह सुरक्षा की जा सके। फिलहाल रेलवे संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ भारतीय रेलवे अधिनियम की धारा 151 के तहत मामला दर्ज किया जाता है। इसमें अधिकतम सात साल की सजा का प्रावधान है।
उन्होंने यह भी कहा कि रेलवे संपत्ति को नुकसान पहुंचाना और रेल सेवाओं को बाधित करना प्रदर्शनकारियों के लिए समाधान नहीं है।बुलेट ट्रेन परियोजना की प्रगति के बारे में वैष्णव ने कहा कि वापी और अहमदाबाद के बीच 60 किलोमीटर तक हाई स्पीड पिलर पहले ही बनाए जा चुके हैं। 170 किलोमीटर की नींव का काम हो चुका है। सात नदियों पर पुलों का काम पूरी रफ्तार से चल रहा है। 2026 तक भारत अपनी पहली बुलेट ट्रेन चलाएगा।