शेयर मार्केट में पैसा लगाने के नाम पर..17 लाख 58 हजार रुपए की धोखाधड़ी करने वाले आरोपी को…मुम्बई से पकड़ लाई, सिटी कोतवाली पुलिस
(शशि कोन्हेर) : बिलासपुर – बिलासपुर के जगमल चौक के रहने वाले 24 वर्षीय प्रतीक दामा पिता प्रताप दामा के साथ 17 लाख 58 हजार रुपए की धोखाधड़ी करने वाले को मुंबई से पकड़कर लाने में सिटी कोतवाली पुलिस को सफलता मिली है। इस बाबत मिली जानकारी के अनुसार जगमाल चौक बिलासपुर के रहने वाले प्रतीक दामा पिता प्रताप दामा ने सिटी कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई कि वह चार-पांच वर्ष पूर्व मुंबई में रहकर पढ़ाई किया करता था। इसी दौरान उसकी मुम्बई में रहने वाले निमेष अशोक ठक्कर और रौनक ठक्कर से जान पहचान हो गई। ये दोनों ही मुंबई के शेयर मार्केट में काम किया करते थे। पढ़ाई खत्म कर प्रार्थी प्रतीक दामा वल्द प्रताप दामा वापस बिलासपुर लौट आया।
इसके बाद भी उसकी मुंबई निवासी निमेष अशोक ठक्कर और रौनक ठक्कर से बातचीत होती रहती थी। इसी दौरान शेयर मार्केट में पैसा लगाने के लिए इन दोनों ने प्रार्थी प्रतीक दामा पिता प्रताप दामा से 25 जनवरी 2021 से लेकर 14 अगस्त 2021 के बीच अलग-अलग मौके पर और अलग-अलग खातों में 17 लाख 58 हजार रुपए शेयर मार्केट में लगाने के लिए प्राप्त किए। इस रकम का उन्होंने क्या किया इस बात की जानकारी प्रार्थी को नहीं मिली। लेकिन बाद में जब वो मुंबई निवासी निवेश और रौनक ठक्कर से अपनी रकम वापस मांगने लगा। तो वे टालमटोल करते चले गए इससे प्रार्थी को खुद के साथ ठगी होने की आशंका होने लगी और उसने सिटी कोतवाली थाना पहुंचकर इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कराई। इसकी जानकारी होने पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्रीमती पारुल माथुर ने आरोपियों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए।
इस पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री राजेंद्र कुमार जयसवाल एवं नगर पुलिस अधीक्षक स्नेहिल साहू के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी भारती मरकाम के द्वारा थाने में उप निरीक्षक रविंद्र कुमार यादव प्रधान आरक्षक निर्मल ठाकुर दीपक केरकेट्टा की टीम गठित कर महाराष्ट्र रवाना किया गया। यह टीम मुंबई जाकर आरोपी निमेंश और रौनक ठक्कर की पतासाजी करती रही। जबकि दोनों आरोपी अपनी लोकेशन बदल बदल कर पुलिस टीम को चकमा देने में लगे रहे।
इसके बावजूद बिलासपुर से पहुंची टीम लगातार छह दिनों तक मुंबई में डेरा डालकर एसीसीयू साइबर सेल से आरोपियों की लोकेशन प्राप्त कर उन तक पहुंचने में सफल हो गई। दोनों ही आरोपियों निमेष ठक्कर और रोना ठक्कर को गिरफ्तार कर बिलासपुर ले आया गया। यहां न्यायिक रिमांड पर उन्हें माननीय न्यायालय बिलासपुर में पेश किया गया है।