बरसते पानी में देशभक्ति का अलख जगाया ब्रह्माकुमारीज ने….
(शशि कोन्हेर) : बिलासपुर – आज हर घर तिरंगा, घर-घर तिरंगा कार्यक्रम के अंतर्गत प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की स्थानीय शाखा टेलीफोन एक्सचेंज रोड स्थित सेवाकेन्द्र राजयोग भवन से तिरंगा रैली निकाली गई। सुबह से हो रही तेज बरसात भी ब्रम्हाकुमारी के साधकों का उमंग-उत्साह कम नहीं कर पाई। इस बरसते पानी में भी ब्रह्माकुमारीज परिवार के सदस्यों द्वारा बाइक एवं कार रैली के माध्यम से तिरंगे को शान से फहराते हुए पूरे नगर का भ्रमण किया। टेलीफोन एक्सचेंज से शुरू हुई रैली पुराना बस स्टैंड चौक, रविंद्र नाथ टैगोर चौक, गांधी चौक, गोल बाजार, सदर बाजार, देवकीनंदन चौक, नेहरू चौक, अम्बेडकर चौक, अग्रसेन चौक होते हुए सीएमडी चौक स्थित अमर जवान ज्योति पर पहुंची। वहां पर सेवाकेंद्र प्रभारी बीके स्वाति दीदी के नेतृत्व में बिलासपुर के सभी सेवा केंद्रों की टीचर्स बहनों द्वारा माल्यार्पण किया गया एवं गुलाब की पंखुड़ियों से अमर जवान ज्योति को सजाया गया। देश के लिये सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीर सैनिकों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। कैंडल लाइटिंग कर देश की एकता एवं अखंडता की रक्षा के लिए सभी ने शपथ ली तथा सभी भाई-बहनों ने राष्ट्रगान गाया।
बीके स्वाति दीदी जी ने कहा की आजादी का अमृत महोत्सव मनाना हम सबके लिए अत्यंत हर्ष एवं गौरव की बात है। भारत की एकता एवं अखंडता के लिए ब्रह्मा कुमारीज परिवार सदा ही तत्पर है एवं देश प्रेम की अलख सभी भारतवासियों के अंदर जगाने के लिए कृत संकल्पित है। हर घर तिरंगा अभियान के द्वारा सभी देशवासियों के दिलों में देशभक्ति की भावना जागृत हुई है। हमें आजादी दिलाने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के साथ-साथ हमारी सेना के वीर जवान जो हमारी सुरक्षा के लिए सरहदों में तैनात होकर अपनी शहादत दिये हैं, उनके प्रति हमारी भावभीनी श्रद्धांजलि है। साथ ही हम यह संकल्प लेते है की हम किसी भी कीमत पर अपने देश की एकता एवं अखंडता पर आंच नहीं आने देंगे।
शोभायात्रा में रतनपुर सेवाकेन्द्र संचालिका बीके संतोषी दीदी, सिरगिट्टी सेवाकेन्द्र संचालिका बीके कांता दीदी, गीतांजलि सिटी से बीके रीमा, शिरोमणि सहित बड़ी संख्या में भाई-बहनें उपस्थित थे।
शोभायात्रा में भारत माता, रानी लक्ष्मीबाई, रानी दुर्गावती, भगतसिंह, चंद्रशेखर आज़ाद की सुंदर झांकीयों का समावेश बीके विकास भाई के द्वारा किया गया। अंत में सभी भाई-बहनों को अपने घरों में लगाने के लिए तिरंगा झंडा दिया गया।