बिलासपुर

कुटुंब न्यायालय में “मां का आंचल” कक्ष और “न्याय मित्र कक्ष” का उद्घाटन…..

(भूपेंद्र सिंह राठौर) : बिलासपुर – कुटुंब न्यायालय में प्रधान न्यायाधीश की पहल से न्यायमित्र अधिवक्ताओं की कार्यशाला का आयोजन किया गया,इसके साथ ही न्यायालय परिसर में ही माँ का आँचल कक्ष और न्यायमित्र कक्ष का उद्घाटन किया गया।छत्तीसगढ़ में यह पहल पहली बार बिलासपुर कुटुंब न्यायालय में कई गई है।

पारिवारिक समस्याओं के लिए न्यायालय की प्रक्रिया को सरल बनाने और पक्षकारों को समय पर उचित न्याय दिलाने के सम्बंध में रविवार को कुटुंब न्यायालय में प्रदेश में पहली बार न्यायमित्रों की पहली कार्यशाला आयोजित की गई। इस कार्यशाला में कुटुंब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश रमा शंकर प्रसाद,अतिरिक्त प्रधान न्यायाधीश श्यामलाल नवरत्न सहित न्यायमित्र अधिवक्ताओं ने भाग लिया। वही प्रधान न्यायाधीश की पहल से न्यायालय परिसर में किलकारी माँ का आँचल कक्ष और न्यायमित्र कक्ष बनाया गया है। जिसका उद्घाटन अतिरिक्त प्रधान न्यायाधीश श्यामलाल नवरत्न ने फीता काटकर किया। इसके बाद प्रधान न्यायाधीश के आग्रह पर जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष चन्दप्रकाश बाजपेयी ने न्याय मित्र कक्ष का उद्घाटन किया।

इसी दौरान न्यायालय परिषर में न्यायमित्रों की कार्यशाला आयोजित की गई । जिसमें उपस्थित प्रधान न्यायाधीश और वरिष्ठ न्यायमित्र,अधिवक्ताओ के द्वारा उपस्थित न्यायमित्रों को पारिवारिक विवाद और संबध विच्छेद की प्रक्रिया को सरल करने के साथ ही अन्य कार्यों के बारे में बताया गया।कुटुंब न्यायालय के न्यायाधीश रमाशंकर प्रसाद ने जानकारी देते हुए कहा कि इस कार्यशाला से पक्षकारों को काफी राहत मिलेगी और न्यायलयीन प्रकिया भी सरल होगी।

कार्यशाला में लगभग 50 से अधिक न्यायमित्र अधिवक्ताओं ने भाग लिया। इस दौरान अतिरिक्त प्रधान न्यायाधीश श्याम लाल नवरत्न, जिला अधिवक्ता संघ अध्यक्ष चंद्रशेखर बाजपेई, परामर्शदाता उषा किरण बाजपेयी, टी आर कश्यप और न्याय मित्र अधिवक्ता प्रशांत गणोरकर,अधिवक्ता ए.एस कुरेशी समेत अन्य न्यायमित्र अधिवक्ता गण मौजूद रहे।

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