(शशि कोन्हेर) : बिलासपुर अंचल के सुप्रतिष्ठित उच्च शिक्षा संस्थान सी.एम.डी. पोस्ट ग्रजुएट कॉलेज, बिलासपुर में एम.एड., बी.एड. एवं डी.एल.एड. के साथ अन्य विभिन्न पाठ्यक्रम भी संचालित है जिसमें निर्धारित सीट संख्या के अनुसार 450 प्रशिक्षणार्थी अध्ययनरत है। पाठ्यक्रम के अंतर्गत दो दिवसीय वार्षिक अंतर्निकेतन सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारंभ आज दिनांक 11 जनवरी को किया गया है।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में श्री आलोक कुमार, महाप्रबंधक दक्षिण पूर्व मध्य रेल्वे बिलासपुर जोन एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. वनिता जैन, विभागाध्यक्ष इलेक्ट्रानिक्स एवं टेलीकम्यूनिकेशन, भारती विद्यापीठ इंजिनियरिंग महाविद्यालय , न्यू दिल्ली, एवं श्रीमती श्रद्धा दुबे तथा सी.एम.डी. पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज, बिलासपुर के शासी निकाय के अध्यक्ष पं. संजय दुबे, डॉ. संजय सिंह, सी.एम.डी. पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज, बिलासपुर की प्रभारी प्राचार्य श्रीमती अंजली चतुर्वेदी, श्री राजकुमार पंडा उपस्थित थे।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री आलोक कुमार ने अपने उद्बोधन में महाविद्यालय की कार्यशैली की भुरी-भुरी प्रशंसा करते हुये कहा कि महाविद्यालय आज जिन ऊचाईयों को छु रहा है उसमें आप सब अध्ययनरत प्रशिक्षणार्थियों का बहुमुल्य योगदान है, आपको इस महाविद्यालय की कुशल प्रशासन क्षमता और उत्कृष्ट अध्ययन से जो ऊर्जा प्राप्त होती है उसे सर्वत्र प्रसारित करना है ताकि संपूर्ण क्षेत्र में अच्छे नैतिक मूल्यों का प्रचार-प्रसार हो सके और हमारा देश चहुमुखी विकास की बुलंदियों को छु सके।
विशिष्ट अतिथि डॉ. वनिता जैन ने अपने उद्बोधन में प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुये कहा कि आप जो भी इस महाविद्यालय से सीख रहे हो उसे अपने अंदर उतारना है और अपनी जिंदगी के प्रति हमेशा सजग रहना है, आपके पास एक लक्ष्य होना चाहिये उस लक्ष्य की प्राप्ति के लिये लगातार आपको प्रयास करना चाहिये मुझे पूरा विश्वास है कि महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक आपको इस दिशा में आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान करते रहेंगे ताकि आपका संपूर्ण विकास हो सके।
इस अवसर पर सी.एम.डी. पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज, बिलासपुर के शासी निकाय के अध्यक्ष पं. संजय दुबे ने अपने उद्बोधन में कहा कि महाविद्यालय का लक्ष्य सदैव प्रशिक्षणार्थियों को उच्च गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा प्रदान करना तथा शोध और अनुसंधान को बढावा देता रहा है। साथ ही प्रशिक्षणार्थियों को रोजगारोमुखी प्रशिक्षण प्रदान कर राष्ट्र निर्माण में उनकी सहभागिता सुनिश्चित कराना है। इस अवसर पर उन्होने महाविद्यालय में वर्षवार कराई जाने वाली संपूर्ण गतिविधियों से मंच को अवगत कराया।
उपरोक्त अवसर पर श्रीमती श्रद्धा जी ने प्रशिक्षणार्थियों को इस कार्यक्रम को सफल बनाने में बधाई देते हुये उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाये दी।
उपरोक्त कार्यक्रम का शुभारंभ प्रतीक एवं प्रतिभा निकेतन के द्वारा सरस्वती वंदना गीत एवं स्वागत गीत के साथ गणेश वंदना, सरस्वती वंदना कर दीप प्रज्जवलित की गई। चूंकि अनेकता में एकता भारत की विशेषता रही है जिसे प्रदर्शित करते हुये छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध पंथी नृत्य एवं गुजराती नृत्य, मराठी नृत्य, राजस्थानी नृत्य एवं बंगाली नृत्य प्रस्तुत किया गया इसके अतिरिक्त एकल कथक नृत्य एवं गायन एवं महिला सशक्तिकरण पर नाटक के साथ अनेक गतिविधियां प्रस्तुत की गई।
कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ. कमलेश कुमार जैन के द्वारा किया गया। आज पहले दिन के सांस्कृतिक कार्यक्रम में विभिन्न प्रकार के नृत्य हूं जैसे समूह नृत्य पंथी नृत्य गुजराती नृत्य छत्तीसगढ़ी नृत्य मराठी युगल नृत्य राजस्थानी नृत्य आदि की प्रस्तुति दी गई जिसमें महाविद्यालय के विभिन्न छात्र छात्राओं जैसे निक्की प्रभा अन्नू विद्या नेहा पायल चांदनी दीपेंद्र प्रमोद प्रियंका किरण तनीषा चंचल कृति गिरजा विद्या अर्चना निर्मला सीमा आदि के द्वारा शानदार प्रस्तुति दी गई। उक्त कार्यक्रम में महाविद्यालय के अध्यापक वत्सला तिवारी अंकिता शर्मा नीलू कश्यप गुलाब पाठक प्रशांत गुप्ता सुनील मिश्रा तृप्ति पटेल भारतीय विश्वकर्मा मोनिका दत्ता सुश्री संगीता ताम्रकार अनीता मैम के साथ अन्य कर्मचारी उपस्थित थे भारी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे।