अंतरराज्यीय मलेरिया नियंत्रण कार्यशाला सम्पन्न, अंतरजिला कार्यशाला भी आयोजित हुई…..
(उदय मिश्रा) : राजनांदगांव – जिले में आयोजित हुई अंतरराज्यीय मलेरिया नियंत्रण कार्यशाला जिलाधीश तारण प्रकाश सिन्हा के मुख्यआतिथ्य में सम्पन्न हुई।कार्यशाला में पड़ोसी जिलों कवर्धा,बालोद,कांकेर के महाराष्ट्र के गढ़चिरोली, गोंदिया व मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले के मुख्य चिकित्सा एवम स्वास्थ्य अधिकारी शामिल हुए।
सर्वप्रथम पारंपरिक रूप से माँ सरस्वती के तैल चित्र के जिलाधीश ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यशाला के उद्देश्य के बारे में राजनांदगांव जिले के मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथिलेश चौधरी ने विस्तार से प्रकाश डाला। छत्तीसगढ़ में मलेरिया नियंत्रण के क्षेत्र में बहुत अच्छा काम हुआ है तथा अधिकतर जिलों में प्रसार का प्रतिशत 1 से भी कम है। अभी भी आदिवासी बहुल सीमावर्ती क्षेत्र व लगे हुए महाराष्ट्र व मध्यप्रदेश में भी बहुत काम करने की आवश्यकता है। ज़िलाधीश सिन्हा ने अपने उदबोधन में कहा कि हमारा जिला आदिवासी बाहुल्य है जो कि जंगलों में अंदर रहते हैं उन्हें मलेरिया से बचाव के तरीके बताने तथा इलाज उपलब्ध कराने की आवश्यकता है। स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार के क्षेत्रीय संचालक डॉ. के.आर. काम्बले ने अपने उदबोधन में कहा कि अभी भी भारत मे मलेरिया उन्मूलन के क्षेत्र में बहुत काम करने की आवश्यकता है। वैसे मलेरिया प्रसार की दर बहुत कुछ नियंत्रण में है, इस तरह की कार्यशाला से सभी मे नई ऊर्जा का संचार होगा। इस कार्यक्रम में जिले के मुख्य चिकित्सा एवम स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथिलेश चौधरी सहित सभी प्रतिभागी जिलों के मलेरिया अधिकारी व मुख्य चिकित्सा अधिकारी उपस्थित थे।