BIG BREAKING : सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार उजागर करने पर हुई पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या, आईजी ने किया खुलासा, तीन गिरफ्तार, मुख्य आरोपी फरार
(आशीष मौर्य) : बीजापुर जिले के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। फरार मुख्य आरोपी ठेकेदार सुरेश चंद्राकर की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।
1 जनवरी की रात करीब 8:30 बजे पत्रकार मुकेश चंद्राकर अपने घर से लापता हो गए थे। उनके परिजनों ने 2 जनवरी की रात पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। जांच के दौरान, पुलिस ने मुकेश के अंतिम लोकेशन के आधार पर ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के बाड़े की तलाशी ली। यहां एक नए फ्लोरिंग वाले सेप्टिक टैंक से उनका शव बरामद किया गया।
फॉरेंसिक टीम ने शव की जांच के दौरान पाया कि उनकी हत्या लोहे की रॉड से सिर, छाती, और पेट पर वार करके की गई थी। हत्या के बाद शव को सेप्टिक टैंक में डालकर उसे प्लास्टर से ढक दिया गया था।
सुंदरराज पी., पुलिस महानिरीक्षक, बस्तर रेंज ने कहा कि “इस घटना में शामिल किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा। साक्ष्यों के आधार पर विवेचना की जा रही है। जल्द ही न्यायालय में चार्जशीट दाखिल की जाएगी।”
पुलिस ने मुख्य आरोपी रितेश चंद्राकर को रायपुर एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया। अन्य दो आरोपियों, दिनेश चंद्राकर और महेंद्र रामटेके को बीजापुर से हिरासत में लिया गया। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि पारिवारिक और व्यावसायिक विवाद के चलते यह हत्या हुई।
घटना के बाद आरोपी रितेश चंद्राकर ने शव छुपाने के लिए अपने भाई और सुपरवाइजर की मदद ली। सुरेश चंद्राकर के तीन बैंक खातों को होल्ड किया गया है और उनकी संपत्तियों की जांच की जा रही है।
फिलहाल, एसआईटी इस मामले की गहन जांच कर रही है। ठेकेदार सुरेश चंद्राकर की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की चार टीमें संभावित स्थानों पर दबिश दे रही हैं। देखना होगा कि प्रशासन कब तक पीड़ित परिवार को न्याय दिला पाता है।