कैलाश यात्रा तीर्थयात्रियों की बची जान, 40 फंसे लोगों को 36 घंटे के बाद बचाया गया
(शशि कोन्हेर) : उत्तराखंड सरकार ने कैलाश मानसरोवर मार्ग बंद होने के कारण बूंदी गांव में फंसे कम से कम 40 तीर्थयात्रियों को रविवार को बचाया। फंसे हुए कैलाश यात्रा तीर्थयात्रियों को हेलिकॉप्टरों की मदद से बचाया गया और फिर उन्हें धारचूला लाया गया। प्रशासन के अनुसार कैलाश यात्रा मार्ग पर बड़े-बड़े बोल्डर होने के कारण सड़क बंद हो गई है।
कैलाश यात्रा से लौटने के बाद बूंदी में फंस गए थे 40 तीर्थयात्री
खबर के मुताबिक धारचूला के डिप्टी कलेक्टर नंदन कुमार ने बताया कि आठ उड़ानों के बाद सभी तीर्थयात्रियों को सुरक्षित धारचूला ले जाया गया। साथ ही कहा कि बोल्डर गिरने के कारण सड़क बंद हो गई है और कैलाश यात्रा से लौटने के बाद तीर्थयात्री बूंदी में फंस गए थे। करीब 36 घंटे तक फंसे रहने के बाद तीर्थयात्रियों को बचाया गया है।
कैलाश मानसरोवर जाने वाले तीर्थयात्रियों के पास दो मार्गों के बीच चयन करने का विकल्प होता है। एक उत्तराखंड के लिपुलेख दर्रे से होकर जाता है, जबकि दूसरा सिक्किम के नाथू ला दर्रे से होकर जाता है। उत्तराखंड में भारी बारिश हो रही है, जिसके कारण कई इलाकों में भूस्खलन हुआ है।
राज्य में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुरू हुई कांवड़ यात्रा के बीच ये बात सामने आई है। उत्तराखंड ही नहीं देश भर के कई राज्य भारी बारिश से जूझ रहे हैं। गुजरात, तेलंगाना और असम कुछ ऐसे राज्य हैं, जो बाढ़ की चपेट में हैं।