कर्नाटक में आंदोलन का रूप लेता जा रहा है… हलाल मीट का बहिष्कार..! मुख्यमंत्री ने लोगों से की शांति की अपील
(शशि कोन्हेर) : कर्नाटक में हलाल मीट का बहिष्कार आंदोलन का रूप लेते जा रहा है। बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने लोगों से हलाल मीट का इस्तेमाल नहीं करने की अपील की है। राज्य के शिवमोगा जिले में हलाल मीट बेच रहे एक दुकानदार पर हमला करने के आरोप में बजरंग दल के आठ कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार भी किया गया है। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने शांति व्यवस्था बनाए रखते हुए ‘उगादी’ और ‘होसा तड़ाकू’ उत्सव मनाने की अपील की है। उन्होंने सभी जिलों के पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों को भी अत्यधिक सतर्कता बरतने और उत्सव में खलल डालने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
अधिकारियों को सतर्क रहने का दिया निर्देश
कर्नाटक समेत दक्षिण भारत के राज्यों में ‘उगादी’ हिंदू नववर्ष के रूप में मनाया जाता है। पंचांग के अनुसार यह नए साल का पहला दिन होता है। इसके एक दिन बाद लोग ‘होसा तड़ाकू’ उत्सव मनाते हैं। होसा तड़ाकू के दौरान लोग मांसाहार भोजन पकाते और खाते हैं। दक्षिण पंथी संगठनों ने लोगों से कहा है कि वे हलाल मीट नहीं खरीदें, क्योंकि मुस्लिम पहले ही इसे अल्लाह को चढ़ा देते हैं। ऐसे में हलाल मीट बासी हो गया और उसे हिंदू देवी-देवताओं को चढ़ाना उनका अपमान करना है।
शिमोगा में हलाल मीट बेचने वाले दुकानदार पर हमले में सात बजरंग दल कार्यकर्ता गिरफ्तार
भद्रावती जिले में एक होटल में गैर हलाल मीट मांगने और नहीं देने पर हंगामा करने के आरोप में बजरंग दल के सात कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है। बजरंग दल का कहना है कि राज्य के दक्षिण हिस्से में 99 प्रतिशत आबादी हिंदुओं की है। इसलिए इस क्षेत्र में हलाल मीट की बिक्री नहीं होनी चाहिए।