केजरीवाल के मंत्री ने कहा- इंडिया गठबंधन में एकता कायम रखना आसान नहीं
(शशि कोन्हेर).: बीते दिनों विपक्षी दलों के गठबंधन INDIA की मुंबई में हुई बैठक को लेकर तमाम विश्लेषण सामने आ चुके हैं। कुछ विश्लेषकों ने इसे फ्लाप तो कुछ ने हिट बताया है, लेकिन बीच-बीच में आ रहे नेताओं के अजीबोगरीब बयान पूरी कवायद पर सवालिया निशान जरूर लगा रहे हैं।
ताजा बयान AAP नेता सौरभ भारद्वाज का सामने आया है। सौरभ भारद्वाज ने रविवार को कहा कि INDIA गठबंधन के लिए एकजुट रहना आसान नहीं होगा, लेकिन यदि वह ऐसा करने में कामयाब रहा तो 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा हार जाएगी।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में इंडियन स्कूल ऑफ डेमोक्रेसी की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में सौरभ भारद्वाज ने दावा किया कि कई दल जो भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए का हिस्सा हैं, आने वाले दिनों में विपक्ष के इंडिया समूह में भी शामिल हो जाएंगे।
वहीं भाजपा नेता जयवीर शेरगिल ने दावा किया कि इंडिया ब्लॉक के घटक दल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति अपनी नफरत के कारण एक साथ आए हैं। ये कई मुद्दों पर इनके विचार अलग अलग हैं।
भाजपा नेता जयवीर शेरगिल ने कहा कि विपक्षी गठबंधन टिकेगा नहीं। इसके जवाब में सौरभ भारद्वाज ने कहा कि विपक्षी गठबंधन INDIA में सभी दलों को बलिदान देना होगा। INDIA गठबंधन के लिए एक साथ रहना आसान नहीं है लेकिन यदि वाकई विपक्षी पार्टियां एकजुट हो जाती हैं तो मोदी जी वापस नहीं आएंगे। इसके साथ ही उन्होंने यह भी दावा किया कि मौजूदा वक्त में कई पार्टियां डर के कारण एनडीए के साथ हैं। जल्द ही ये पार्टियां INDIA में शामिल होंगी।
इन सबके बीच राजद नेता मनोज झा ने कहा कि विपक्षी गठबंधन INDIA के घटक दलों के बीच भले ही कई मतभेद हों लेकिन बुनियादी मुद्दों पर इनके बीच सहमति है। मतभेद हैं, इसीलिए तो हम अलग-अलग पार्टियां हैं। अन्यथा, हम एक पार्टी बन गए होते… लेकिन हम बुनियादी मुद्दों पर सहमत हैं। उन्होंने एक साथ चुनाव के मुद्दे पर राम नाथ कोविंद के नेतृत्व वाली समिति में शामिल नहीं होने के कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी के फैसले का समर्थन किया।
उन्होंने कहा- 1967 तक हमारे यहां एक राष्ट्र एक चुनाव था। उसके बाद क्या बदलाव आया? क्षेत्रीय पार्टियां आईं और हर तरफ बिखराव हो गया। क्या आप आज कह सकते हैं कि हमारे पास एक राष्ट्र एक चुनाव है और कल विधानसभाएं भंग नहीं होंगी या खंडित जनादेश नहीं आएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार कई मोर्चों पर अपनी विफलता को छिपाने के लिए एक दिखावा लेकर आई है। समिति को ही देख लीजिए उन्होंने पहले ही अपनी रिपोर्ट तैयार कर ली है और उस पर कुछ हस्ताक्षर चाहते हैं।
सनद रहे हाल ही में INDIA अलायंस की मुंबई में हुई बैठक में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि यह देश के केवल 25 से 26 दलों का गठबंधन नहीं है। यह INDIA गठबंधन देश के 140 करोड़ लोगों का अलायंस है। देश के लोग बहुत बड़ी संख्या में 21वीं सदी के भारत का निर्माण करने के लिए एकजुट हो रहे हैं। हालांकि दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने सीट बंटावारे पर सबसे पहले आम सहमति बना लिए जाने पर भी जोर दिया था।