बिलासपुर में एक और पेड़ की हत्या, तमाशा देख रहे हैं, पर्यावरण के ठेकेदार
(शशि कोन्हेर) : बिलासपुर। बिलासपुर शहर में सड़क किनारे लोगों को छाया दे रहे पुराने वृक्षों की कटाई का सिलसिला भारतीय जनता पार्टी के शासनकाल की तरह कांग्रेस के शासनकाल में भी यथावत जारी है। भाजपा के शासनकाल में जब पेड़ काटे जाते थे तो कांग्रेस के लोग उसका विरोध करते थे। और अब कांग्रेस का शासनकाल है। लेकिन बिलासपुर शहर और आसपास सड़क किनारे सड़क चौड़ीकरण के नाम पर बड़े-बड़े पेड़ों की कटाई बदस्तूर जारी है।
आज यातायात थाने के पीछे रोड से हटकर खड़े नीम के एक बड़े से पेड़ को काट कर गिरा दिया गया। पता नहीं लोगों को छाया है और शीतल हवा देने के साथ प्रदूषण कम करने में सहायक किस पेड़ से किसको तकलीफ थी..? ऐसे ही एक-एक कर बिलासपुर से नीम पीपल बरगद जामुन के बड़े-बड़े पेड़ काटे जा रहे हैं और उनके जगह जमीन का पानी खींचने वाले बेशर्म नस्ल के पौधे लग रहे हैं। पता नहीं बिलासपुर के लोग कब तक ऐसे मामलों पर मौन रहेंगे। आने वाले दिनों में आज की पीढ़ी के इस मौन को आपराधिक मौन कहा जाएगा।