जानें अयोध्या के राम मंदिर निर्माण का कितना काम हुआ पूरा.. कुल कितना खर्च संभावित
(शशि कोन्हेर) : रामजन्मभूमि पर मंदिर निर्माण की लागत 18 सौ करोड़ रुपये संभावित है। यह अनुमान रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की सर्किट हाउस में हुई बैठक में विचार-विमर्श के बाद व्यक्त किया गया। बैठक में तय किया गया कि राममंदिर परिसर में महर्षि वाल्मीकि, गुरु वशिष्ठ, विश्वामित्र, अगस्त्य, निषादराज, शबरी एवं जटायु जैसे श्रीराम के युग के महत्वपूर्ण पात्रों का उप मंदिर निर्मित किया जाएगा।
बैठक में रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की नियमावली को भी अंतिम रूप दिया गया, जो लंबे समय से प्रतीक्षित थी। यह जानकारी तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने पत्रकार वार्ता के दौरान दी। मंदिर का 30 प्रतिशत से ज्यादा का काम पूरा हो चुका है।
बैठक में रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपालदास, महासचिव चंपतराय, कोषाध्यक्ष गोविंददेव गिरि, राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र, तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य स्वामी विश्व प्रसन्न तीर्थ, कामेश्वर चौपाल, महंत दिनेंद्रदास एवं डा. अनिल मिश्र, जिलाधिकारी नितीशकुमार, महंत नृत्यगोपालदास के उत्तराधिकारी महंत कमलनयनदास आदि सहित मंदिर निर्माण की कार्यदायी संस्था एलएंडटी तथा टाटा कंसल्टेंसी इंजीनियर्स के अधिकारी मौजूद रहे, जबकि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य के. परासरन, बिमलेंद्रमोहन मिश्र, स्वामी परमानंद एवं प्रमुख सचिव गृह संजयप्रसाद बैठक से वीडियाे कांफ्रेंसिंग से जुड़े।
मंदिर निर्माण का 30 प्रतिशत काम पूराः तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से कहा जा रहा है कि मंदिर निर्माण का 30 प्रतिशत का काम पूरा हो चुका है। ट्रस्ट का मानना है कि इस हिसाब से मंदिर निर्माण का जो बजट बनाया गया था, उस लागत के अंदर ही मंदिर निर्माण का कार्य पूरा होने की उम्मीद है और मंदिर निर्माण में ट्रस्ट के सामने धन संबंधी कोई चुनौती आने की आशंका नहीं है। ट्रस्ट को मंदिर निर्माण के लिए निधि समर्पण अभियान के अलावा अप्रत्यक्ष आय के रूप में दान और ब्याज से भी प्रचुर राशि मिल रही है।
स्वरूपानंद एवं बीबी लाल को दी श्रद्धांजलिः तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक के दौरान शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद एवं प्रख्यात पुरातत्वविद बीबी लाल को श्रद्धांजलि भी दी गई। शंकराचार्य धर्माचार्य के रूप में एवं बीबी लाल दिग्गज पुरातत्ववेता के रूप में रामजन्मभूमि मुक्ति के अभियान से जुड़े रहे।