(जयेंद्र गोले) : बिलासपुर : ऑथराईटीस इसे आमतौर पर गठिया वात के नाम से जानते हैं. जोड़ो मैं दर्द सूजन से मरीज को असहनीय पीड़ा होती है. इस सामान्य जानकारी के साथ रायपुर एम्स के रूमेंटोलाजिस्ट डॉ जॉयदीप सामंता ने कहा इस बीमारी के कई प्रकार होने से जांच और इसके ईलाज करने मे डाक्टरों को परेशानी होती है.
शरीर के उँगलियों से लेकर कोहनी घुटने और कमर पीठ मे दर्द और सुजन आने लगता है. डॉ सामंता ने कहा प्रारम्भिक अवस्था मे पहचान कर इस रोग का उपचार प्रभावी होता है और कहा य़ह बीमारी महिलाओ में ज्यादा पायी जाती है.
सिम्स के मेडिसिन विभाग के तत्वाधान मे यहां आयोजित व्याख्यान कार्यक्रम हुआ जिसमें विभिन्न विभागों के प्रोफेसर डाक्टर और मेडिकल स्टूडेंट्स शामिल हुए.
इस विभाग के hod डॉ पंकज tembhurnikr ने बताया रूमेंटोलाजिकल समस्या के कई कारण हो सकते हैं ऑथराईटीस का इलाज करने वाले देश मे चुनिंदा डाक्टर हैं छग सिर्फ तीन डाक्टर हैं. मेडिकल क्षेत्र मे जांच और इलाज का अपडेट समय पर जरूरी होता है।
व्याख्यान मे सिम्स के den डॉ केके सहारे विशेष रूप मौजूद थे gathiyavat के इलाज मे फिजिशियन की सलाह महत्वपूर्ण होती है.