सुन लो, सुन लो, सुन लो, इतने उत्तेजित मत हो….संसद में हंगामे के बीच विपक्ष पर बरसे सिंधिया
(शशि कोन्हेर) : अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान बीजेपी सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने विपक्ष पर हमला बोला। कहा कि मणिपुर में जो हुआ वो निंदनीय है। लेकिन, कश्मीर में जब कत्लेआम हुआ तब ये क्यों मौन थे? जब बंगाल हिंसा की आग में जल रहा था तो ये मौन क्यों थे? उन्होंने अधीर रंजन चौधरी के बयान पर भी पलटवार किया।
अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान बीजेपी सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मणिपुर मुद्दे पर कांग्रेस पर हमला बोला। कहा कि 1193 में जब 123 दिन मणिपुर जल रहा था। उस वक्त आपकी सरकार यहां भी थी और आपकी सरकार वहां भी थी। उस वक्त मणिपुर के सांसद रोते हुए सदन में कह रहे थे कि “राज्य सरकार हेल्पलेस है। राज्य सरकार के पास उग्रवादियों से लड़ने के लिए हथियार भी नहीं हैं।” कांग्रेस के नेताओं को इन शब्दों को सुनना चाहिए।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि पिछले नौ साल मणिपुर में शांति रही। आपके 10 साल की तुलना में हमारे नौ साल उग्रवाद नहीं हुआ। जब हम एक दशक पहले नॉर्थ ईस्ट की बात करते थे। हिंसा की तस्वीर आती थी। इसके पीछे कारण था कि जो सरकार पहले थी उनका विचार था कि अगर हमने वहां विकास किया तो उनमें जागरुकता विकसित होगी।
वहीं, इससे उलट पीएम मोदी के समय में हम मणिपुर में विकास की बहार लाए। उन्होने विकास का मंत्र दियाः हीरा। हीरा मतलब- इंटरनेट। हीरा मतलब हाईवे। हीरा मतलब विकास। हीरा मतलब – रेलवे। ये बीजेपी का विजन है. मणिपुर के लिए। मेघालय को सौ साल इंतजार करना पड़ा जब पीएम मोदी आए तो पहला रेलवे स्टेशन मिला। नगालैंड को भी सौ साल बाद दूसरा रेलवे स्टेशन मिला।