विशेष हवन पूजन के साथ सम्पन्न हुई शक्ति उपासना का महापर्व शारदीय नवरात्र…..
(मुन्ना पाण्डेय) : लखनपुर -(सरगुजा) – आदि शक्ति देवी माता के उपासना का महापर्व शारदीय नवरात्रि मनाये जाने का सिलसिला मंगलवार को सम्पन्न हुआ । नौ रात्रि के अंतिम दिन नगर के प्राचीन देवी मंदिर में मां महामाया की विशेष पूजा अर्चना किये जाने उपरांत पूर्णाहुति सम्पन्न हुई। प्रज्वलित दिप कलशो का विसर्जन किया गया। ग्रामीण इलाकों में भी माता भक्तों द्वारा जवारा बोकर किये जाने वाले नौ दिनों के जगराता को विराम दिया गया। बोये गये जवारा का विसर्जन देवी जस गीत गाते हुए नदी तालाब जल सरोवरों में किया गया। वहीं रिवाज के मुताबिक राज घराने के कुल देवी मां महामाया के मंदिर में पूर्णाहुति पश्चात गाजे बाजे के साथ खण्ड़ा अर्थात खड्ग (तलवार) को राजमहल में ले जाने की रस्म राजपरिवार सदस्यों द्वारा अदा की गई। खण्डा (तलवार) की स्थापना आश्विन शुक्ल पक्ष प्रतिपदा तिथि को देवी मंदिर में किया जाता है यहीं से देवी मंदिर में शारदीय नवरात्रि मनाये जाने की शुरुआत होती है।जो नौ दिनों तक अनवरत चलता है।
देवी मंदिर के पंडित पुजारियों ने राजपरिवार प्रमुख लाल अजीत प्रसाद सिंह देव के मौजूदगी में कुंवर अमीत सिंह देव से शस्त्र पूजा कराया तथा राजघराने के सदस्यों का अभिषेक सिचन किये। शारदीय नवरात्रि के मौके पर सभी शक्ति पीठों में आदिशक्ति देवी माता के विशेष पूजा अर्चना के बाद मनाया जाने वाला नौ रात्रि का विधिपूर्वक विसर्जन किया गया। शारदीय नवरात्र के मौके पर कन्या भोज कराने की भी रिति है श्रद्धालुओं ने कन्या भोज भी कराया।कहा जाता है कन्या भोज कराने से माता रानी प्रसन्न होती हैं उनकी कृपा प्राप्त होती है। माता भक्तों ने कन्या भोज भी कराया। मां अम्बे के नौ रूपों का पूजा आराधना करके भक्तों ने माता रानी का आशीर्वाद प्राप्त किया। देवी मंदिर ही नहीं अपितु दुर्गा पंडालों में भक्तों की भीड़ देखी गई। लखनपुर में एक रोज़ बाद विजयादशमी दशहरा मनाया जायेगा। दशहरा भीड़ पर काबू पाने तथा शांति व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस प्रशासन की क्या भूमिका होगी समय पर ज्ञात हो सकेगा।